Illegal occupation continues : वन विभाग की लापरवाही से जंगल में अवैध कब्जा जारी

- वनविभाग के आदेशों का खुलेआम हो रहा उल्लंघन
- कटरुआ व धरती फूल बेचने पर पूरी तरह से प्रतिबंध’बाजर में धड़ल्ले से बेचा जा रहा कटरुआ
- टाइगर रिजर्व के जंगलों में घुसने पर है प्रतिबंध तो कहां से लाकर बाजार में बड़ी में बेचा जा रहा कटरुआ
- एक तरफ लिखित आदेश दूसरी तरफ विभाग के कुछ कारिंदो की मिलीभगत से बाजार में बिक रहा कटरुआ
- आदेशों का पालन नहीं करा पा रहा संंबधित वनविभाग ‘ बाजार में भारी मात्रा में बेचा जा रहा कटरुआ’खरीदने वालों की लगी भीड़
- वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर हो रहा वायरल’विभाग के लोग सो रहे गहरी नींद
- कोई अनहोनी का कौन होगा जिम्मेदार’मिलीभगत से बेंचा जा कहा कटरुआ
- पीलीभीत के स्टेशन चौराहे का मामला।
- सोनभद्र के ओबरा वन प्रभाग के कोन वन रेंज में वन भूमि पर अतिक्रमण और अवैध खनन की समस्या गंभीर होती जा रही है। बागेसोती बीट में झारखंड के लोगों ने उत्तर प्रदेश की सीमा से 70 मीटर अंदर तक घर बना लिए हैं।
- खोहिया जंगल और आसपास के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई कर वन भूमि पर कब्जा किया जा रहा है। वन क्षेत्रों में अवैध खनन और बालू का परिवहन भी खुलेआम हो रहा है।
- स्थानीय लोगों ने कई बार अधिकारियों से शिकायत की है। लेकिन वन विभाग सिर्फ कागजी कार्रवाई तक ही सीमित रहा है। इससे नाराज होकर बड़ाप के लोगों ने वन विभाग के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
- प्रदर्शनकारियों ने ‘वन विभाग की मनमानी नहीं चलेगी’, ‘वन विभाग की राजशाही ठाठ बंद करो’, ‘वन भूमि खाली करो’ जैसे नारे लगाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।
- ग्रामीणों का आरोप है कि कोन वन रेंज के अधिकारी और कर्मचारी न तो क्षेत्र में गश्त करते हैं और न ही वन चौकी पर रहते हैं। शिकायत करने पर सिर्फ झूठा आश्वासन मिलता है। इससे अवैध खनन करने वालों और भू-माफियाओं के हौसले बुलंद हैं।
- स्थानीय मीडिया में कई बार इस मुद्दे पर खबरें प्रकाशित हो चुकी हैं। लेकिन वन विभाग मूकदर्शक बना हुआ है। ऐसा लगता है कि विभाग ने वन माफियाओं को खुली छूट दे रखी है।
Illegal occupation continues : वन विभाग की लापरवाही से जंगल में अवैध कब्जा जारी - प्रदर्शन करने वालों में रामचंद्र सिंह, गुडडू , राम नेवाज सिंह, हीरा सिंह, वशिष्ठ सिंह, चंद्रिका चेरो, रामबृक्ष सिंह, राजेंद्र सिंह, संतोष सिंह, बालेश्वर सिंह आदि लोग शामिल रहे। जिसके क्रम में लोगों ने बताया कि वन रेंज कोन, बागेसोती , भालुकूदर, हर्रा में वन भूमि पर अवैध कब्जा करना जारी है
- वहीं विभाग कार्यवाही के नाम पर शिकायतकर्ताओं से लिखित शिकायत करने की बात कर पल्ला झाड़ लेते हैं। जब लिखित शिकायत की जाती है तो संबंधित जाँच अधिकारी द्वारा घर बैठे- बैठे माफियाओं के बचाव पक्ष में फर्जी जाँच आख्या लगा दी जाती है।
- आखिर सबसे बड़ा सवाल उठता है कि संबंधित विभाग इन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं करता, जबकि भ्रष्टाचार के मामले में प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि प्रदेश सरकार माफियाओं को मिट्टी में मिलाने के कटिबद्ध है।
- वहीं दूसरी तरफ कुछ जानकारों का कहना है कि प्रदेश के मुखिया का जीरो टालरेंस की नीति को वन कर्मियों व माफियाओं द्वारा सरयाम ठेंगा दिखाया जा रहा है। इस बावत वन क्षेत्राधिकारी कोन से फोन पर सम्पर्क किया गया लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुआ।
- बहरहाल प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा इस मामले में कौन सा कार्यवाही किया जायेगा यह तो वक़्त ही बताएगा या ठंडे बस्ते में सिमट कर रह जायेगा।
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News Editor- (Jyoti Parjapati)