रक्तदान एक बहुत ही पुनीत कार्य है। रक्तदान महादान है इसे जीवनदान के बराबर माना जाता है। आपात स्थितियों, बीमारी, दुर्घटना सहित प्रसव मामलों में जीवन रक्षा के लिए रक्त अति आवश्यक होता है। कई बार आकस्मिक परिस्थितियों में लोगों को सरलता से रक्त उपलब्ध नहीं हो पाता है। आवश्यकता है कि रक्तदान महादान के महत्व को जन-जन समझें। रक्त देने में किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता। रक्तदान महादान है और रक्तदाता समाज और मानवता के अनमोल सेवक हैं।
इसी कड़ी में देव नन्दिनी हॉस्पिटल, हापुड़ की और से दिनांक 20 जुलाई 2024 को प्रसिद्ध शिवा ढाबा, गढ़मुक्तेश्वर में चिकित्सा शिविर तथा ब्लड डोनेशन कैम्प तथा दिनांक 21 जुलाई 2024 को ग्राम लुखराडा में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया | रक्तदान शिविर में आमजन द्वारा बढ़-चढ़ कर हिसा लिया गया |
अमूमन लोगों में यह धारणा रहती है रक्तदान करने से कमजोरी आती है। इसलिए रक्तदान करने से लोग कुछ ज्यादा ही घबराते है। लेकिन यह नहीं सोचते कि जिस तरह बूंद बूंद कर जल को बचाया जाता है ठीक उसी तरह से बूंद बूंद रक्त देकर किसी दूसरे व्यक्ति की जान भी बचाई जा सकती है। जब ब्लड बैंक में रक्त रहेगा तभी जरूरत पड़ने पर लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती है।
रक्तदान जितना फायदा जरूरतमंद को देता है, उससे कहीं ज्यादा फायदा रक्तदान करने वाले को मिलता है। शोध के मुताबिक लगातार रक्तदान करने से कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा दूर रहता है। यही नहीं, ऐसा करने से हमारे खून में कैलोस्ट्रॉल जमा नहीं होता है और साथ ही जो वायरस हमारे शरीर में अपनी जगह बना लेते हैं, वो भी रक्तदान के दौरान शरीर से बाहर निकल जाते हैं।
शिवा ढाबा, गढ़मुक्तेश्वर में ढाबा स्वामी श्री राहुल एवं मेनेजर श्री अरुण ने तथा ग्राम लुख्रराडा में श्री प्रिंस चौधरी, श्री नकुल लोही एवं श्री प्रशांत चौधरी द्वारा रक्तदान शिविर के सफल संचालन में अभूतपूर्व योगदान दिया |
शिविर में डा० शिव कुमार, डा० सरेस, डा० प्रशान्त त्यागी सर्वश्री दुष्यंत त्यागी, दीपक चौधरी, माम चन्द, नासिर, साहिल, श्रीमती कुसुम सिरोही, श्रीमती हिमान्शु, कु० अनुष्का त्यागी, कु० बाला देवी आदि उपस्थित रहे |
One comment
Pingback: Route changed due to Kavad Yatra: कावड़ यात्रा के दृष्टिगत वाहनों हेतु यातायात डायवर्जन प्लान -