Adopt a TB patient : जिलाधिकारी प्रेरणा शर्मा ने कहा सभी अधिकारी टीबी रोगियों को गोद ले ?
जिले में सभी अधिकारी टीबी रोगियों को गोद लें : डीएम
डीएम और सीडीओ ने की शुरूआत, रोगियों का हालचाल भी जाना
प्रेरणा शर्मा बोलीं- पुण्य के साथ यह हम सब की नैतिक जिम्मेदारी भी
- हापुड़:- जिलाधिकारी प्रेरणा शर्मा ने कहा है कि जिले में सभी अधिकारी टीबी रोगियों को गोद लेकर पुष्टाहार उपलब्ध कराएं और साथ ही उनका हालचाल भी लेते रहें। डीएम ने कहा कि यह पुण्य के साथ हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है। रोगियों का हालचाल लेने से रोगियों को भावनात्मक सहयोग मिलता है जो उसकी रिकवरी बेहतर करने में मददगार है। गोद लिए गए रोगियों के संपर्क में रहें और उपचार में किसी तरह की समस्या होने पर निदान भी कराएं। डीएम और सीडीओ ने बुधवार को अपने कार्यालय में स्वयं क्षय रोगियों को गोद लेकर इस अभियान की शुरूआत कर दी।
- कोआर्डिनेशन कराएंगे सीडीओ
जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गौतम को जिले में तैनात अधिकारियों और क्षय रोग विभाग के बीच कोआर्डिनेशन की जिम्मेदारी दी है। सीडीओ ने कार्यक्रम में मौजूद जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) को क्षय रोगियों की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं ताकि रोगियों को उनके निवास स्थान के नजदीक तैनात अधिकारियों को गोद दिलाया जा सके।
- गोद लिए गए रोगियों का हाल जाना
जिलाधिकारी प्रेरणा शर्मा और सीडीओ हिमांशु गौतम ने गोद लिए गए क्षय रोगियों से बातचीत कर उनका हाल जाना। दोनों अधिकारियों ने रोगियों से समय पर दवा मिलने के साथ ही खाते में पोषण राशि का पैसा मिलने की भी जानकारी ली। डीएम ने रोगियों से कहा कि दवा समय पर लेते रहें और किसी तरह की समस्या होने पर उन्हें तत्काल बताएं। अधिकारियों ने अपने मोबाइल नंबर भी क्षय रोगियों को उपलब्ध कराए हैं और साथ ही उपचार जारी रहने तक हर माह पोषण उपलब्ध कराने और हालचाल जानते रहने की बात कही है।
- डीएम बोलीं- पोषण लेना जरूरी
डीएम ने रोगियों को बताया कि उन्हें उपलब्ध कराई गई पोषण पोटली में उच्च प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ हैं। यह उनके उपयोग के लिए हैं। टीबी रोगियों को उच्च प्रोटीन युक्त पोषण लेना जरूरी है। ऐसा करने से दवा ज्यादा और जल्दी असर करती है और रोगी को ठीक होने में कम समय लगता है। उन्होंने रोगियों से कहा कि दवा और पोषण, दोनों नियमित रूप से लेने जरूरी हैं। साथ ही रोगियों को उनके परिजनों की टीबी जांच कराने के लिए भी प्रेरित किया। - डीटीओ बोले- पूरा उपचार लें
इस मौके पर डीटीओ डा. राजेश सिंह ने कहा कि टीबी की दवा बीच में न छोड़ें। उपचार पूरा अवश्य करें। ऐसा करने से उनकी टीबी पूरी तरह ठीक हो जाएगी और बीच में दवा छोड़ने की गलती की तो टीबी बिगड़ जाएगी, उस स्थिति में उपचार लंबा और मुश्किल हो जाएगा। इस मौके पर क्षय रोग विभाग से जिला पीपीएम समन्वय सुशील चौधरी और टीबीएचवी हरिश्चंद्र भी मौजूद रहे।
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