An emotional farewell : श्री विनोद शंकर तिवारी जी के सेवा निवृत्ति पर सम्मान समारोह संगठन की ओर से भावभीनी विदाई

श्री तिवारी जी को भावभीनी विदाई
- आज दिनांक 01 अगस्त 2025 को पी. एन. इंटर कॉलेज, दूबेछपरा, बलिया में एक अत्यंत भावुक और गरिमामयी अवसर उपस्थित हुआ, जब विद्यालय के प्रधान लिपिक, हमारे परम आदरणीय एवं बड़े भाई श्री विनोद शंकर तिवारी जी सेवा निवृत्त हुए। यह क्षण न केवल उनके निजी जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, बल्कि समस्त शिक्षणेतर समुदाय के लिए भी एक प्रेरणादायक एवं गौरवपूर्ण अवसर बन गया।
- इस विशेष अवसर पर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षणेतर संघ, जनपद बलिया की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल उनके आवास पर जाकर उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं एवं सम्मान प्रकट करने हेतु पहुंचा। इस प्रतिनिधिमंडल में जिला अध्यक्ष श्री प्रशांत कुमार राय, जिला मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह, कोषाध्यक्ष श्री पंकज कुमार गुप्ता, वरिष्ठ पदाधिकारी श्री हरिनारायण सिंह तथा मैं स्वयं शामिल था। हम सभी ने श्री तिवारी जी को अंगवस्त्र, पुष्पमाला एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर भावभीनी विदाई दी और उनके आगामी जीवन के लिए शुभकामनाएं व्यक्त कीं।
श्री तिवारी जी का योगदान
- श्री विनोद शंकर तिवारी जी का योगदान केवल एक प्रधान लिपिक तक सीमित नहीं रहा, बल्कि वे विद्यालय के प्रशासनिक ढांचे की रीढ़ रहे हैं। अनुशासन, कार्यकुशलता, निष्ठा और पारदर्शिता जैसे मूल्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता सदैव प्रेरणा देती रही है। वर्षों तक उन्होंने न केवल कार्यालय संचालन को सुव्यवस्थित बनाए रखा, बल्कि शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों के बीच सामंजस्य स्थापित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- उन्होंने जिस लगन और धैर्य से अपना कार्य किया, वह आज के युवाओं के लिए एक उदाहरण है। अपनी सेवा अवधि में उन्होंने कभी किसी काम को छोटा या बड़ा नहीं समझा, बल्कि हर कार्य को पूरी गंभीरता और ज़िम्मेदारी से निभाया। उनके व्यवहार में सदैव विनम्रता, सहृदयता और सहयोग की भावना रही, जिसने उन्हें सभी के बीच प्रिय बनाया।
संगठन से उनका जुड़ाव
- श्री तिवारी जी केवल एक शिक्षणेतर कर्मचारी नहीं रहे, बल्कि वे संगठन के सक्रिय सदस्य और मजबूत स्तंभ भी रहे। उन्होंने संगठन की गतिविधियों में न केवल भागीदारी की, बल्कि कई बार नेतृत्व करते हुए उसका मार्गदर्शन भी किया। संघ की ओर से जब भी कोई बैठक, आंदोलन या सेवा संबंधित मुद्दा उठाया गया, वे सदैव सबसे आगे रहे।
- उनकी संगठन के प्रति प्रतिबद्धता आज भी हम सभी के लिए मार्गदर्शन का स्रोत है। हमने इस अवसर पर उनसे यह आग्रह भी किया कि वे सेवा निवृत्त होने के उपरांत भी संगठन से जुड़कर अपना अनुभव, सुझाव और समय देते रहें, जिससे युवा शिक्षणेतर साथियों को दिशा मिलती रहे।
सम्मान और विदाई का भावुक क्षण
- जब हमने उन्हें सम्मानित किया और पुष्पमाला पहनाकर उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं, तो यह दृश्य अत्यंत भावुक कर देने वाला था। स्वयं श्री तिवारी जी भी भावविभोर हो उठे। उन्होंने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि “मेरे जीवन का यह पल अविस्मरणीय रहेगा। जिस स्नेह और सम्मान से आप सबने मुझे विदा दी है, वह मेरे लिए जीवन भर की पूंजी है।”
- उन्होंने यह भी कहा कि वे संगठन के साथ सदैव जुड़े रहेंगे और जहां भी आवश्यकता होगी, वे अपने अनुभव के आधार पर सहयोग करते रहेंगे। उन्होंने युवाओं को ईमानदारी, अनुशासन और धैर्य के साथ कार्य करने की सीख दी और संगठन को एकजुट रखने की अपील की।
भविष्य की कामना
- हम सभी ने ईश्वर से प्रार्थना की कि श्री तिवारी जी को दीर्घायु, उत्तम स्वास्थ्य और सुखद पारिवारिक जीवन प्रदान करें। सेवा निवृत्त होने के बाद का जीवन न केवल आरामदायक हो, बल्कि नई ऊर्जा, नई उमंग और संतोष से परिपूर्ण हो, यही हम सबकी कामना है।
- संगठन की ओर से जिला अध्यक्ष श्री प्रशांत कुमार राय ने कहा कि “विनोद शंकर तिवारी जी जैसे समर्पित और कर्मठ साथी की सेवा निवृत्ति हमारे लिए एक अपूर्णीय क्षति है, लेकिन हम आश्वस्त हैं कि वे हमेशा हमारे बीच रहकर संगठन को नई दिशा देते रहेंगे।” जिला मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह और कोषाध्यक्ष श्री पंकज कुमार गुप्ता ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि तिवारी जी का समर्पण और नेतृत्व संगठन की आत्मा रहा है।
निष्कर्ष
- सेवा निवृत्ति जीवन का एक चरण अवश्य है, लेकिन यह अंत नहीं, बल्कि एक नए अध्याय की शुरुआत होती है। श्री विनोद शंकर तिवारी जी ने अपने पूरे सेवाकाल में जो मूल्य स्थापित किए, वे आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनेंगे। आज हम सबका यह दायित्व है कि हम उनके पदचिह्नों पर चलते हुए संस्था, समाज और संगठन को और अधिक सशक्त बनाएं।
- इस भावभीनी विदाई समारोह ने यह सिद्ध कर दिया कि एक कर्मचारी का कार्य और व्यवहार ही उसके सम्मान का आधार होता है। श्री तिवारी जी को पुनः अनेक शुभकामनाएं, दीर्घायु जीवन और संगठन से जुड़े रहने के लिए धन्यवाद।