An example of brotherhood : कैराना ने पेश की भाईचारे की मिसाल ?

- कैराना :- कस्बे सहित क्षेत्र में शुक्रवार को जुमे की नमाज और होली के त्योहार को आपसी भाईचारे और सौहार्द के साथ मनाया गया। दोनों समुदायों के बीच प्रशासन और स्थानीय नागरिकों की सूझबूझ से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ‘ बिजेंद्र सिंह रावत’ एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने पहले ही धार्मिक नेताओं और क्षेत्र के सम्मानित नागरिकों के साथ बैठक कर यह सुनिश्चित किया था कि दोनों पर्व शांति और सौहार्द के साथ संपन्न हों।
- ‘कोतवाल बिजेंद्र सिंह रावत’ व प्रशासन और जनता का तालमेल कैराना प्रशासन ने पहले से ही इसको लेकर पुख्ता इंतजाम किए थे। कोतवाली प्रांगण में आयोजित बैठक में दोनों समुदायों के प्रमुख लोगों, पुलिस प्रशासन और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी ने इस बात पर सहमति जताई कि त्योहारों को प्रेम और भाईचारे के साथ मनाया जाएगा और किसी भी तरह की अफवाहों को फैलने नहीं दिया जाएगा।
होली और रमजान का अद्भुत संगम
- इस साल होली का त्योहार रमजान के महीने के साथ पड़ा, जिससे यह और भी खास हो गया। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रंगों के इस पर्व के प्रति सम्मान प्रकट किया, तो वहीं हिंदू समुदाय ने भी रोजेदारों की भावनाओं की कद्र करते हुए संयम और सद्भावना का परिचय दिया। शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान भी शहर भर में सौहार्द का माहौल देखने को मिला।
शांतिपूर्ण माहौल में अदा की गई जुमे की नमाज
- शुक्रवार को कैराना की सभी प्रमुख मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा की गई। शहर की जामा मस्जिद, ईदगाह मस्जिद, अड्डे वाली मस्जिद और अन्य प्रमुख मस्जिदों में प्रशासन की निगरानी में नमाज सकुशल संपन्न हुई। नमाज के बाद मौलानाओं ने लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की और देश की एकता और अखंडता के लिए दुआ मांगी। प्रशासन ने त्योहारों के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त सुरक्षा इंतजाम किए थे। कस्बे सहित क्षेत्र में पुलिस बल तैनात किया गया था। संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से निगरानी की जा रही थी और हर छोटी-बड़ी गतिविधि पर नजर रखी जा रही थी। कोतवाल बिजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि कस्बे में पूरी तरह से शांति और सद्भाव बना रहा और किसी भी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई।
स्थानीय लोगों ने क्या कहा?
- फैजान कुरैशी (व्यापारी): “हमारे कैराना का इतिहास गंगा-जमुनी तहजीब का रहा है। हमने हमेशा एक-दूसरे के त्योहारों का सम्मान किया है और आगे भी करते रहेंगे।”
- अनुज मित्तल (समाजसेवी): “हमारे शहर में हिंदू-मुस्लिम एकता की जो मिसाल देखने को मिली, वो पूरे देश के लिए एक संदेश है कि अगर हम चाहें तो हर त्योहार को मिल-जुलकर मना सकते हैं।”
शाहरुख अब्बासी (स्थानीय नागरिक): “होली और रमजान एक साथ आना हमारी एकता की परीक्षा थी, लेकिन कैराना के लोगों ने इसे सफलतापूर्वक निभाया। हम चाहते हैं कि पूरे देश में ऐसा ही प्रेम और भाईचारा बना रहे।”
एकता का संदेश देते त्योहार
- कैराना के लोगों ने इस बार होली और जुमे की नमाज को मिल-जुलकर मनाकर पूरे देश को यह संदेश दिया कि धर्म से पहले इंसानियत आती है। त्योहार आपसी प्रेम, सौहार्द और भाईचारे का प्रतीक होते हैं, न कि वैमनस्यता का।
धन्यवाद! कोतवाल बिजेंद्र सिंह रावत जी
- कोतवाली प्रभारी निरीक्षक बिजेंद्र सिंह रावत सहित जनपद के शासनिक एवं प्रशासनिक अधिकारियों को स्थानीय लोगों ने धन्यवाद दिया है, जिनकी मेहनत से पुलिस सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हुए। उनकी कोशिशों का नतीजा यह रहा कि कैराना में शांति और सौहार्द का माहौल बना रहा।
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