Big data center : भारत को बड़ी कामयाबी: विशाखापत्तनम में बनेगा Google का अमेरिका के बाहर सबसे बड़ा डेटा सेंटर

गूगल का भारत पर बड़ा दांव, विशाखापत्तनम बना वैश्विक तकनीकी मानचित्र का केंद्र
- टेक्नोलॉजी की दिग्गज कंपनी Google ने भारत को वैश्विक डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर में एक बड़ा तोहफा दिया है। कंपनी ने आंध्र प्रदेश के प्रमुख तटीय शहर विशाखापत्तनम में अमेरिका के बाहर अपना सबसे बड़ा डेटा सेंटर स्थापित करने का ऐलान किया है। यह न सिर्फ Google के लिए रणनीतिक रूप से अहम कदम है, बल्कि भारत के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
- इस फैसले के पीछे भारत की बढ़ती डिजिटल ताकत, मजबूत तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र और तेजी से विस्तार करता इंटरनेट यूजर बेस है। भारत में डेटा की मांग लगातार बढ़ रही है, और Google का यह निवेश इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। विशाखापत्तनम, जो अब तक एक प्रमुख बंदरगाह और औद्योगिक शहर के रूप में जाना जाता था, अब वैश्विक तकनीकी मानचित्र पर अपनी मजबूत पहचान दर्ज कराने जा रहा है।
डेटा सुरक्षा, डिजिटल आत्मनिर्भरता और करोड़ों युवाओं के लिए रोजगार का अवसर
- Google का यह डेटा सेंटर न केवल भारत में डिजिटल सेवाओं को अधिक तेज, सुरक्षित और कुशल बनाएगा, बल्कि देश के डेटा को भारत में ही रखने की दिशा में एक बड़ी पहल होगी। इससे राष्ट्रीय डेटा सुरक्षा को बल मिलेगा और डिजिटल आत्मनिर्भरता को नई ऊंचाई मिलेगी।
- इसके साथ ही इस परियोजना से स्थानीय स्तर पर हजारों नौकरियों का सृजन होगा, विशेषकर आईटी, नेटवर्किंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और डेटा मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में। यह कदम युवाओं के लिए रोजगार और प्रशिक्षण के अवसर लेकर आएगा और विशाखापत्तनम को एक आधुनिक तकनीकी हब के रूप में स्थापित करेगा।
- भारत सरकार के “डिजिटल इंडिया” और “मेक इन इंडिया” जैसे अभियानों को इससे सीधा समर्थन मिलेगा। यह सेंटर भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे को और सशक्त करेगा, जिससे न केवल Google की सेवाएं बेहतर होंगी, बल्कि अन्य तकनीकी कंपनियों को भी भारत में निवेश के लिए प्रेरणा मिलेगी।
भारत के लिए गर्व का क्षण, वैश्विक मंच पर फिर चमका तिरंगा
- Google द्वारा अपने सबसे बड़े अमेरिकी-बाह्य डेटा सेंटर के लिए भारत को चुनना एक तरह से भारत की वैश्विक साख और तकनीकी शक्ति का प्रमाण है। यह केवल एक निवेश नहीं, बल्कि भारत पर वैश्विक कंपनियों के विश्वास का प्रतीक है।
- जहां एक ओर चीन, सिंगापुर, मलेशिया जैसे देश डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे थे, वहीं भारत का चुना जाना यह दिखाता है कि अब भारत टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के क्षेत्र में दुनिया का अगुवा बन चुका है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “Viksit Bharat @2047” की परिकल्पना में यह डेटा सेंटर एक मजबूत आधारशिला की तरह कार्य करेगा। जय जय हिंद जैसे नारों के साथ अब भारत न केवल अंतरिक्ष और रक्षा क्षेत्र में, बल्कि साइबर और डेटा वर्ल्ड में भी ताकतवर राष्ट्र बनकर उभर रहा है।
निष्कर्ष: भारत बना वैश्विक डेटा शक्ति, युवाओं के लिए खुला डिजिटल भविष्य का द्वार
- Google का यह निर्णय केवल एक इमारत या सुविधा का निर्माण नहीं, बल्कि भारत के डिजिटल युग में प्रवेश का ऐलान है। विशाखापत्तनम में बनने वाला यह डेटा सेंटर भविष्य की डिजिटल क्रांति का केंद्र बनेगा।
- यह परियोजना यह साबित करती है कि भारत अब केवल उपभोक्ता नहीं, बल्कि तकनीकी निर्माण और नवाचार में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इस ऐतिहासिक घोषणा ने करोड़ों भारतीयों का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है। आने वाला समय भारत के डिजिटल वर्चस्व का होगा — और यह सिर्फ शुरुआत है।
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News Editor- (Jyoti Parjapati)