Daulatpur : हापुड़ जनपद के कस्बा दौलतपुर में आयोजित विश्व गायत्री परिवार के पवन प्रज्ञा कथा एवं 24 कुंडीय महायज्ञ के शुभारंभ का अवसर ?

Daulatpur : हापुड़ जनपद के कस्बा दौलतपुर में आयोजित विश्व गायत्री परिवार के पवन प्रज्ञा कथा एवं 24 कुंडीय महायज्ञ के शुभारंभ का अवसर

Daulatpur : हापुड़ जनपद के कस्बा दौलतपुर में आयोजित विश्व गायत्री परिवार के पवन प्रज्ञा कथा एवं 24 कुंडीय महायज्ञ के शुभारंभ का अवसर ?
Daulatpur : हापुड़ जनपद के कस्बा दौलतपुर में आयोजित विश्व गायत्री परिवार के पवन प्रज्ञा कथा एवं 24 कुंडीय महायज्ञ के शुभारंभ का अवसर ?

मेरे लिए अत्यंत गौरवपूर्ण, पावन और अविस्मरणीय रहा। समाज में आध्यात्मिक चेतना, नैतिक जागरण और सकारात्मक ऊर्जा के प्रसार के लिए किए जाने वाले ऐसे आयोजनों का अपना विशिष्ट महत्व होता है। इस कार्यक्रम में सम्मिलित होना मात्र एक उपस्थिति नहीं, बल्कि आत्मा के उत्थान का अनुभव था, जिसने मन को दिव्यता, शांति और श्रद्धा से भर दिया।

विश्व गायत्री परिवार सदैव से समाज में नैतिकता, सदाचार, मानवीय मूल्यों और आध्यात्मिक समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए समर्पित रहा है। हापुड़ जनपद की शाखा द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम भी इसी श्रृंखला का एक पवित्र प्रयास था, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में शांति-सद्भाव, सद्विचार और संस्कारों का प्रसार करना था।

कार्यक्रम का शुभारंभ विशाल कलश यात्रा से हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएँ, युवा, बुजुर्ग और बच्चे उत्साहपूर्वक शामिल हुए। कलश यात्रा भारतीय संस्कृति की उस दिव्य परंपरा को दर्शाती है, जहाँ समाज के लोग मिलकर आध्यात्मिक आयोजन को शुभता और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करते हैं। कलशों से निकलती पवित्रता, भक्ति गीतों की गूँज, गायत्री माता के जयकारे और मंगल ध्वनियों से पूरा कस्बा श्रद्धा और आध्यात्मिक वातावरण से भर उठा।

कलश यात्रा के पश्चात पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुझे स्वयं पावन दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम के औपचारिक शुभारंभ का सौभाग्य प्राप्त हुआ। यह क्षण मेरे लिए अत्यंत भावनात्मक और पवित्र रहा। पूजन के दौरान उपस्थित सभी श्रद्धालु भक्तों में एक अद्भुत ऊर्जा, एकता और आस्था का प्रवाह स्पष्ट रूप से अनुभव किया जा सकता था। कार्यक्रम स्थल पर सजे-धजे मंडप, सुगंधित धूप, वेद मंत्रों की मधुर तरंगें तथा वातावरण में व्याप्त दिव्यता सबके मन को अलौकिक शांति प्रदान कर रही थीं।

इस पूरे आयोजन का संचालन शांतिकुंज हरिद्वार से आई हुई विद्वान टीम के सानिध्य में हो रहा था। शांतिकुंज की विशेषता ही यह है कि वहाँ से आने वाले प्रत्येक प्रतिनिधि में गायत्री उपासना, यज्ञविद्या, संस्कार और आध्यात्मिक संस्कृति की प्रखर छाप दिखाई देती है। विद्वान आचार्यों द्वारा दी जा रही प्रेरणाएँ, प्रज्ञा कथा के माध्यम से प्रदान की गई जीवनदायिनी शिक्षाएँ और यज्ञ प्रक्रिया की विस्तृत व्याख्या अत्यंत प्रेरणादायक थीं।

Daulatpur : हापुड़ जनपद के कस्बा दौलतपुर में आयोजित विश्व गायत्री परिवार के पवन प्रज्ञा कथा एवं 24 कुंडीय महायज्ञ के शुभारंभ का अवसर ?
Daulatpur : हापुड़ जनपद के कस्बा दौलतपुर में आयोजित विश्व गायत्री परिवार के पवन प्रज्ञा कथा एवं 24 कुंडीय महायज्ञ के शुभारंभ का अवसर ?

24 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन किसी साधारण अनुष्ठान से कहीं अधिक महत्व रखता है। यज्ञ केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह वातावरण शोधन, मानसिक शुद्धि, विचारों की परिष्कृति और समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। आचार्यों द्वारा वेद मंत्रों के साथ यज्ञ की प्रत्येक आहुति दी जा रही थी। धुएँ में सूक्ष्म औषधीय तत्वों का समावेश, वातावरण में उठती पवित्र सुगंध और मंत्रोच्चार की लयबद्ध ध्वनि मन को भीतर तक शांति प्रदान कर रही थी।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में शांति, सद्भाव, स्वास्थ्य और सद्विचारों का संचार करना था। वर्तमान समय में जहाँ तनाव, अवसाद, असुरक्षा और नकारात्मकता बढ़ रही है, ऐसे में यज्ञ जैसे आध्यात्मिक साधनों का महत्व और भी बढ़ जाता है। यज्ञ केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि यह मनुष्य के भीतर छिपे देवत्व को जागृत करने का माध्यम है।

इस पावन अवसर पर उपस्थित श्रद्धालु जनों से संवाद करते हुए यह स्पष्ट हुआ कि समाज में आज भी आध्यात्मिक आयोजनों के प्रति लोगों की आस्था, विश्वास और समर्पण कम नहीं हुआ है, बल्कि नई पीढ़ी भी इसे समझने और अपनाने की इच्छा रखती है। कलश यात्रा में युवा वर्ग की उत्साही भागीदारी इस बात का प्रमाण थी कि धार्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहर आज भी समाज की मूल पहचान बनी हुई है।

विश्व गायत्री परिवार की यह पहल वास्तव में प्रशंसनीय है। उनके प्रयासों से समाज में अनेक सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलते हैं। नशा मुक्ति अभियान, संस्कार निर्माण, पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा एवं नैतिकता के लिए चलाए जा रहे अभियान—ये सभी समाज को एक बेहतर दिशा देने वाले कदम हैं।

अंत में, इस पवित्र आयोजन का हिस्सा बनकर मुझे जो आध्यात्मिक ऊर्जा और आत्मिक संतोष प्राप्त हुआ, वह शब्दों में व्यक्त करना कठिन है। यह अनुभव जीवन में नई प्रेरणा और नई दृष्टि प्रदान करने वाला रहा। गायत्री माता की कृपा से यह आयोजन पूर्ण सफलता की ओर अग्रसर है और निश्चय ही इसका प्रभाव आने वाले समय में क्षेत्र की शांति, सद्भाव और समृद्धि पर सकारात्मक रूप से दिखाई देगा।

News Editor- (Jyoti Parjapati)

सभी समाचार देखें सिर्फ अनदेखी खबर सबसे पहले सच के सिवा कुछ नहीं ब्यूरो रिपोर्टर :- अनदेखी खबर ।

YouTube Official Channel Link:
https://youtube.com/@atozcrimenews?si=_4uXQacRQ9FrwN7q

YouTube Official Channel Link:
https://www.youtube.com/@AndekhiKhabarNews

Facebook Official Page Link:
https://www.facebook.com/share/1AaUFqCbZ4/

Whatsapp Group Join Link:
https://chat.whatsapp.com/KuOsD1zOkG94Qn5T7Tus5E?mode=r_c

अनदेखी खबर न्यूज़ पेपर भारत का सर्वश्रेष्ठ पेपर और चैनल है न्यूज चैनल राजनीति, मनोरंजन, बॉलीवुड, व्यापार और खेल में नवीनतम समाचारों को शामिल करता है। अनदेखी खबर न्यूज चैनल की लाइव खबरें एवं ब्रेकिंग न्यूज के लिए हमारे चैनल को Subscribe, like, share करे।

आवश्यकता :- विशेष सूचना
(प्रदेश प्रभारी)
(मंडल प्रभारी)
(जिला ब्यूरो प्रमुख)
(जिला संवाददाता)
(जिला क्राइम रिपोर्टर)
(जिला मीडिया प्रभारी जिला)
(विज्ञापन प्रतिनिधि)
(तहसील ब्यूरो)
(प्रमुख तहसील संवाददाता

Check Also

Political implications : टाइगर अभी जिंदा है चुनावी नतीजों से पहले जदयू कार्यालय के बाहर लगा नीतीश का पोस्टर, क्या है सियासी मायने ?

Political implications : टाइगर अभी जिंदा है चुनावी नतीजों से पहले जदयू कार्यालय के बाहर लगा नीतीश का पोस्टर, क्या है सियासी मायने ?

Political implications : टाइगर अभी जिंदा है चुनावी नतीजों से पहले जदयू कार्यालय के बाहर …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *