Economic exploitation : निजी विद्यालयों द्वारा अभिवावकों का किया जा रहा आर्थिक शोषण ?

Economic exploitation : निजी विद्यालयों द्वारा अभिवावकों का किया जा रहा आर्थिक शोषण ?

Economic exploitation : निजी विद्यालयों द्वारा अभिवावकों का किया जा रहा आर्थिक शोषण ?
Economic exploitation : निजी विद्यालयों द्वारा अभिवावकों का किया जा रहा आर्थिक शोषण ?

निजी विद्यालयों के साठ-गांठ की वजह से नहीं गठित की जा रही- जिला शुल्क नियामक समिति
 निजी विद्यालयों द्वारा अभिवावकों का किया जा रहा आर्थिक शोषण बंद किया जाए!
 व्यापार मंडल वा युवा विकास समिति द्वारा संयुक्त रूप से आज जिलाधिकारी को सौंपा गया ज्ञापन!

  • फतेहपुर- व्यापार मंडल(कंछल गुट) के जिलाध्यक्ष शिवचंद्र शुक्ल एवं युवा विकास समिति के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र मिश्र की संयुक्त अगुवाई में आज जिलाधिकारी फतेहपुर रवींद्र सिंह को ज्ञापन देकर जिला विद्यालय निरीक्षक पर आरोप लगाया कि जनवरी माह से हमारे संगठनों द्वारा DIOS से बार बार जिला शुल्क नियामक समिति के गठन करने का अनुरोध किया जा रहा है ,परंतु निजी विद्यालयों की उनसे साठ-गांठ की वजह से अभी तक समिति का गठन नहीं किया गया . जिसकी वजह से निजी विद्यालय मनमानी कर अभिवावकों का खूब आर्थिक शोषण कर रहे हैं,CBSE द्वारा जारी किया गये निर्देशों का भी कड़ाई से पालन विद्यालयों में नहीं कराया जा रहा.
Economic exploitation : निजी विद्यालयों द्वारा अभिवावकों का किया जा रहा आर्थिक शोषण ?
Economic exploitation : निजी विद्यालयों द्वारा अभिवावकों का किया जा रहा आर्थिक शोषण ?
  • निजी विद्यालयों में एनसीईआरटी की पुस्तकों को अनिवार्य किया जाए। इस मांग को लेकर अभिभावकों ने प्रबंधकों व प्रकाशकों पर सांठ-गांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि इस पूरे मामले में एक वर्ग सोशण का शिकार हो रहा है। जिला प्रशासन से इसकी शिकायत कर समस्या का हल निकालने की मांग की गई।जनपद के अभिभावक भी इस मुनाफाखोर गठबंधन से काफी पीड़ित हैं। एनसीईआरटी की पुस्तकें सस्ती और शासन के मानकों के अनुरूप हैं। वहीं निजी प्रकाशकों की पुस्तकों का बाजार मूल्य काफी ज्यादा है। ऐसे में अभिभावकों के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो रहा है।
    व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष शिवचंद्र शुक्ला ने बताया कि अभिभावकों द्वारा बताया जा रहा है कि निजी प्रकाशकों की पुस्तकें एनसीईआरटी की पुस्तकों की अपेक्षा चार से पांच गुना अधिक महंगी हैं। इसके कारण अभिभावकों का शोषण हो रहा है, साथ ही प्राइवेट स्कूलों द्वारा दुकानदारों से लाखों लाख रुपए नगद कमीशन लेकर एक दुकान निर्धारित कर दी जाती हैं,जहां पर दुकानदार द्वारा अभिवावकों का खूब आर्थिक शोषण किया जाता है, उन्होंने जिला प्रशासन से इस गंभीर मामले में हस्तक्षेप करके जनहित में एनसीईआरटी की पुस्तकों से बच्चों को शिक्षा देने का निर्देश जारी किए जाने का अनुरोध किया है,अन्यथा फिर धरना प्रदर्शन आदि किया जाएगा।
Economic exploitation : निजी विद्यालयों द्वारा अभिवावकों का किया जा रहा आर्थिक शोषण ?
Economic exploitation : निजी विद्यालयों द्वारा अभिवावकों का किया जा रहा आर्थिक शोषण ?
  • युवा विकास समिति के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया कि ने कहा कि अपने चहेते निजी प्रकाशकों की पुस्तकों को अपने स्कूलों में लागू कराकर प्रकाशकों से सांठ-गांठ कर अभिभावकों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है। ऐसे मुनाफाखोर तंत्र का युवा विकास समिति पुरजोर विरोध करती है और अभिभावक हित में एनसीईआरटी की पुस्तकों को लागू कराने की मांग करती है।
    इस मौके पर प्रमुख रूप से कंचन मिश्र,व्यापार मंडल के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष नारायण गुप्ता, वरिष्ठ जिला महामंत्री जितेंद्र सिंह यादव उर्फ सोनू,जिला मंत्री सर्वेश यादव,युवा व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील कुमार गुप्त समाजसेवी सभासद,जिला महामंत्री अजय द्विवेदी,शहर अध्यक्ष प्रमोद गुप्ता,महामंत्री दीपक साहू,खागा व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमिताभ शुक्ल,मीडिया प्रभारी अनुपम शुक्ल,संजय दत्त द्विवेदी, विकास श्रीवास्तव, अवधेश शुक्ला ,ऋषि बाजपेई, आफताब खान ,
    आदि उपस्थित थे।

हमारे आदर वेबसाइट जैसे युटुब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, इत्यादि लिंक पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें। लाइक, शेयर, सब्सक्राइब, करना करना ना भूले और अगर आपको लगता है कुछ एडवाइस देना चाहे तो वह भी सेंड करें।

follow us on
http://www.youtube.com/@AndekhiKhabarNews
https://www.facebook.com/profile.php?id=61562253072823
https://www.instagram.com/sa_chinkumar1185/
https://andekhikhabar.com/
https://x.com/home

Check Also

ACMO raids : छुटमलपुर में वैलनेस हॉस्पिटल पर ACMO की छापेमारी ?

ACMO raids : छुटमलपुर में वैलनेस हॉस्पिटल पर ACMO की छापेमारी ?

ACMO raids : छुटमलपुर में वैलनेस हॉस्पिटल पर ACMO की छापेमारी ? छुटमलपुर में वैलनेस …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *