Managed the atmosphere : कैराना पुलिस ने ड्रोन अफवाह फैलाने वाले दो युवकों को गिरफ्तार कर माहौल संभाला ?

Managed the atmosphere : कैराना पुलिस ने ड्रोन अफवाह फैलाने वाले दो युवकों को गिरफ्तार कर माहौल संभाला

Managed the atmosphere : कैराना पुलिस ने ड्रोन अफवाह फैलाने वाले दो युवकों को गिरफ्तार कर माहौल संभाला ?
Managed the atmosphere : कैराना पुलिस ने ड्रोन अफवाह फैलाने वाले दो युवकों को गिरफ्तार कर माहौल संभाला ?

कैराना , शामली।

  • थाना कैराना क्षेत्र में ड्रोन उड़ने की झूठी अफवाह फैलाकर दहशत और भ्रम का माहौल पैदा करने की कोशिश करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई इंस्पेक्टर धर्मेंद्र चौधरी के नेतृत्व में की गई, जो पुलिस अधीक्षक शामली रामसेवक गौतम के निर्देशों के क्रम में चलाए जा रहे अपराधियों के विरुद्ध विशेष अभियान का हिस्सा थी। दोनों अभियुक्तों को स्थानीय क्षेत्र मौहल्ला अफगानान में पालिका बारात घर के पास से गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई से पुलिस की तत्परता और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की प्रतिबद्धता स्पष्ट होती है।

ड्रोन उड़ने की अफवाह से फैला था भ्रम

  • मामला उस समय सामने आया जब मौहल्ला अफगानान क्षेत्र में अचानक यह चर्चा फैल गई कि पालिका बारात घर के ऊपर ड्रोन उड़ रहा है। कुछ स्थानीय लोगों ने इस कथित ड्रोन को सुरक्षा से जोड़ते हुए डर और संशय की स्थिति पैदा कर दी। देखते ही देखते यह खबर अफवाह बन गई और सोशल मीडिया व व्हाट्सएप ग्रुप्स के माध्यम से तेजी से फैलने लगी। स्थानीय प्रशासन और पुलिस को जैसे ही इसकी जानकारी मिली, वे तुरंत हरकत में आ गए और मौके की सघन जांच की गई।

पुलिस ने शुरू की जांच, झूठी निकली जानकारी

  • जांच में पाया गया कि न तो क्षेत्र में कोई ड्रोन उड़ रहा था, न ही कोई सुरक्षा से जुड़ी संदिग्ध गतिविधि हो रही थी। मामले की गहराई से पड़ताल करने पर सामने आया कि दो स्थानीय युवकों—आसिफ पुत्र जमशेद और मोहम्मद साहिब पुत्र तासीम, दोनों निवासी मौहल्ला अफगानान थाना कैराना—ने जानबूझकर यह अफवाह फैलाई थी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उन्होंने अफवाह फैलाने की बात स्वीकार की।

झूठी खबरें फैलाना गंभीर अपराध

  • पुलिस प्रशासन का कहना है कि अफवाह फैलाना एक गंभीर अपराध है, जो सामाजिक शांति, सौहार्द और कानून-व्यवस्था को बाधित करता है। खासकर जब अफवाहें सुरक्षा से जुड़ी हों, तो उनका प्रभाव और भी गंभीर होता है। ऐसी स्थिति में जनता में दहशत फैल सकती है और भीड़ तंत्र के कारण अप्रत्याशित घटनाएं भी हो सकती हैं। पुलिस अधीक्षक शामली रामसेवक गौतम ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि झूठी सूचनाएं, अफवाहें और सोशल मीडिया पर फैलाए जाने वाले भ्रामक संदेशों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

गिरफ्तार आरोपियों पर दर्ज हुए मुकदमे

  • गिरफ्तार किए गए आरोपियों आसिफ और मोहम्मद साहिब के खिलाफ थाना कैराना पर आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। उन पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है, जिनमें झूठी अफवाह फैलाना, सार्वजनिक शांति भंग करना, और समाज में दहशत पैदा करना शामिल है। साथ ही, यदि जांच में यह सामने आता है कि इस अफवाह को सोशल मीडिया पर भी प्रसारित किया गया था, तो आईटी एक्ट के तहत भी कार्रवाई संभव है।

पुलिस की सक्रियता से बड़ा हादसा टला

  • इस घटना में सबसे महत्वपूर्ण पहलू पुलिस की तत्परता रही। जैसे ही अफवाह की सूचना मिली, थाना कैराना की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया और किसी भी तरह की भीड़ या उपद्रव को पनपने नहीं दिया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में जांच को गंभीरता से अंजाम दिया गया और कुछ ही घंटों में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। यदि यह कार्रवाई देर से होती, तो अफवाह के कारण समाज में तनाव या असुरक्षा का माहौल बन सकता था।

वरिष्ठ अधिकारियों का बयान

  • अपर पुलिस अधीक्षक शामली और क्षेत्राधिकारी कैराना ने संयुक्त रूप से इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि पुलिस का मुख्य उद्देश्य समाज में शांति बनाए रखना और किसी भी तरह की गलत सूचना के माध्यम से भय का माहौल न बनने देना है। उन्होंने जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की सूचना को बिना जांचे परखे न फैलाएं और ऐसी किसी गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।

जनता को दी गई चेतावनी

  • इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि भविष्य में अगर कोई व्यक्ति या समूह इस प्रकार की अफवाह फैलाता पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया पर किसी भी झूठी जानकारी को प्रसारित करना, लाइक, शेयर या फॉरवर्ड करना भी अपराध की श्रेणी में आता है और इसके लिए सजा का प्रावधान है।

निष्कर्ष

  • मौहल्ला अफगानान, कैराना में ड्रोन उड़ने की अफवाह फैलाने वाले दो युवकों की गिरफ्तारी यह साबित करती है कि पुलिस किसी भी झूठी सूचना या अफवाह को गंभीरता से ले रही है और तत्काल कार्रवाई के लिए तैयार है। अफवाहें न केवल सामाजिक सौहार्द को प्रभावित करती हैं, बल्कि यह सुरक्षा व्यवस्था पर भी सीधा प्रहार होती हैं। इस तरह की घटनाएं हमें यह सिखाती हैं कि जिम्मेदारी से व्यवहार करना, सोच-समझकर सूचना का आदान-प्रदान करना और प्रशासन का सहयोग करना हर नागरिक का कर्तव्य है। पुलिस की इस त्वरित और सटीक कार्रवाई ने न केवल एक संभावित संकट को टाला, बल्कि आम जनता में भी एक सकारात्मक संदेश दिया कि कानून का शासन कायम है और रहेगा।

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News Editor- (Jyoti Parjapati)

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