Natural remedies : घर पर बनाएं आयुर्वेदिक दंतमंजन दांतों और मसूड़ों के लिए प्रभावी और प्राकृतिक उपाय

आजकल बाजार में मिलने वाले कई टूथपेस्ट में केमिकल्स की भरमार होती है, जो लंबे समय में दांतों और मसूड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसे में आयुर्वेदिक दंतमंजन (Herbal Tooth Powder) एक प्राकृतिक, सुरक्षित और असरदार विकल्प बन जाता है। इस लेख में हम जानेंगे कुछ प्रभावशाली आयुर्वेदिक मंजन के बारे में, जिन्हें आप अपने घर पर ही आसानी से बना सकते हैं।
त्रिफला, त्रिकुटा, तूतिया, पंच नमक, पतंग और माजूफल
लाभ:
दांत वज्र जैसे मजबूत बनते हैं
मसूड़ों की सूजन और रोगों में राहत पायरिया जैसे गंभीर रोगों से बचाव
सांसों की दुर्गंध दूर होती है
सेंधा नमक – दांतों की जड़ों के लिए रामबाण
दातों पर सेंधा नमक रगड़ने से गंदगी साफ होती है, एसिड खत्म होता है और दांत जड़ों से मजबूत बनते हैं।
नींबू मंजन – दांतों में मोती जैसी चमक
विधि:
नींबू को छाया में सुखाकर पाउडर बना लें। रोजाना इससे मंजन करें।
लाभ: दांतों की प्राकृतिक चमक बढ़ती है।
बादाम का मंजन – चमक और मजबूती दोनों
विधि:
बादाम के छिलकों को जलाकर पीस लें। उसमें सेंधा नमक मिलाएं और मंजन के रूप में प्रयोग करें।
आम के पत्तों का प्रयोग – दांतों की उम्र बढ़ाएं
ताजे आम के पत्तों को चबाएं या छांव में सुखाकर उनका चूर्ण बनाकर दांतों पर लगाएं।
लाभ: जड़ों को मजबूती और दांतों की उम्र में वृद्धि।
बेकिंग सोडा मिश्रण
सामग्री: सेंधा नमक + बेकिंग सोडा + सिरका + फिटकरी
इस मिश्रण से मंजन करने पर दांतों की गंदगी और बैक्टीरिया दूर होते हैं।
नारियल तेल से कुल्ला (Oil Pulling)
नारियल तेल से कुल्ला करना एक प्राचीन और सिद्ध आयुर्वेदिक पद्धति है।
लाभ:
बैक्टीरिया का सफाया
दांतों में सफेदी
मसूड़ों की देखभाल
प्राकृतिक तेल – लौंग, दालचीनी और पुदीना
इन तेलों का प्रयोग दांतों और मसूड़ों के लिए बेहद लाभकारी है। यह एंटीबैक्टीरियल होते हैं और मुंह की सफाई करते हैं।
सरसों का तेल – परंपरागत उपाय
सरसों के तेल में नमक और हल्दी मिलाकर रोजाना मंजन करें।
लाभ:
दांतों की मजबूती
मसूड़ों की सुरक्षा
पायरिया और सूजन से राहत
चिकनी मिट्टी और एलोवेरा का पेस्ट
रात को भिगोई हुई चिकनी मिट्टी सुबह मसूड़ों पर लगाएं।
मसूड़ों में सूजन हो तो एलोवेरा + हल्दी पाउडर मिलाकर लगाएं।
दालचीनी – बदबू और कीटाणुओं से बचाव
दालचीनी एक शक्तिशाली एंटीबैक्टीरियल एजेंट है, जो मुंह की दुर्गंध और कीटाणुओं को रोकती है।
जीरा – मुंह की दुर्गंध का शत्रु
जीरे को हल्का भूनकर उसका नियमित सेवन करने से मुंह की बदबू दूर होती है।
निष्कर्ष:
“अगर दांत अच्छे हैं, तो सेहत भी अच्छी है।”
इन आयुर्वेदिक नुस्खों से आप दांतों को स्वस्थ, मजबूत और चमकदार बना सकते हैं। ये सारे उपाय न केवल आसान हैं बल्कि पूरी तरह से सुरक्षित भी हैं।
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News Editor- (Jyoti Parjapati)