अनदेखी खबर . गणेशी पंवार संवाददाता हापुड़
Pilibhit Sadar: किसान यूनियन भानु ने शोषण के खिलाफ अपना मोर्चा खोल 1 दिन का धरना प्रदर्शन ?
- पीलीभीत सदर तहसील में भारतीय किसान यूनियन भानु ने शोषण के खिलाफ अपना मोर्चा खोल 1 दिन का धरना प्रदर्शन आंदोलन तहसील प्रांगण पीलीभीत में किया, आज दिनांक 15 अक्टूबर 2024 दिन मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन भानु की तहसील स्तरीय मासिक पंचायत तहसील अध्यक्ष नंदकिशोर राठौर की अध्यक्षता में पीलीभीत सदर तहसील प्रांगण में संपन्न हुई तहसीलदार पीलीभीत को ज्ञापन दिया गया पंचायत को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष भजनलाल क्रोधी ने कहा तहसील प्रशासन की लापरवाही के चलते पीलीभीत का किसान परेशान है
- पूर्व में दिए हुए ज्ञापनों पर कार्यवाही न होने से संगठन में रोश व्याप्त है पंचायत को संबोधित करते हुए बाबूराम वर्मा ने कहा परली के संबंध में किसानों का कोर्ट के निर्देश पर प्रशासन द्वारा शोषण किया जा रहा है पर्यावरण की सुरक्षा के लिए किसान हर हिदायत को मानेगा बा सरते शासन और कोर्ट के जो भीआदेश किसान के हित में है
Pilibhit Sadar: किसान यूनियन भानु ने शोषण के खिलाफ अपना मोर्चा खोल 1 दिन का धरना प्रदर्शन ?
- उन पर प्रशासन को मानना चाहिए हाईकोर्ट का आदेश है यूपी के सभी बच्चे सरकारी स्कूल में ही पड़ेंगे किसने की जमीनों से अवैध कब्जे हटाने के लिए भी बहुत सारे कोर्ट और शासन के निर्देश का प्रशासन द्वारा लगातार उल्लंघन किया जा रहा है
- किसानों के हित में आदेश हैं जैसे गन्ना भुगतान पर ब्याज लेकिन प्रशासन मुक दर्शक बना रहता है अगर पराली जलने पर किसान को जेल भेजा जा रहा है तो प्रशासन को भी कोर्ट में के लिए जेल भेजने का काम करें पंचायत को संबोधित करते हुए तहसील अध्यक्ष नंदकिशोर राठौर ने कहा की गन्ना सत्र 2024 25 शुरू होने को है लेकिन किसान के गन्ना का मूल्य अभी तक तय नहीं हुआ है किस धोखे में जी रहा है किस को पता ही नहीं है
Pilibhit Sadar: किसान यूनियन भानु ने शोषण के खिलाफ अपना मोर्चा खोल 1 दिन का धरना प्रदर्शन ?
- की गन्ना किस रेट में सरकार खरी दे गी गन्ने का लागत के अनुसार 400 से 450 रुपए प्रति कुंतल होना चाहिए शासन प्रशासन गन्ना किसान के साथ धोखा कर रहा है पीलीभीत तहसील में भारी मात्रा में शोषण व्याप्त है किसानों का शोषण हो रहा है पंचायत को संबोधित करते हुए जिला सचिव बालमुकुंद प्रजापति ने कहा पीलीभीत में आवारा पशुओं एवं जंगली जानवरों का आतंक है
- आयोजन किस को जान माल से हाथ धोना पड़ता है सैकड़ो किसने की जान चली जाती है लेकिन इस पर शासन प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है वीरेंद्र गिरी ओमप्रकाश मौर्य सोहनलाल बेणीराम सोमवती फरीदुद्दीन हिदाराम बालमुकुंद देवता छोटेलाल दयाराम उदय पाल ओमकार वीरेंद्र गिरी सियाराम रामप्रसाद देव मीना देवी चमेली देवी रिंकी देवी फूलवती कमला देवी सहित सैकड़ो कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी पंचायत में उपस्थित रहे