Positive thinking : कार्यक्रम ने बंदियों में सकारात्मक सोच, आध्यात्मिक जागृति और नैतिक सुधार प्रेरित किए

सहारनपुर जेल में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा आयोजित बंदी सुधार कार्यक्रम आध्यात्मिक,
- नैतिक और मानसिक स्तर पर सुधार की दिशा में एक अत्यंत महत्वपूर्ण पहल के रूप में उभर कर सामने आया। इस विशेष सत्संग एवं व्यक्तित्व निर्माण कार्यक्रम का उद्देश्य केवल बंदियों को कुछ समय के लिए आध्यात्मिक माहौल प्रदान करना ही नहीं था, बल्कि उनके जीवन में स्थायी और गहन परिवर्तन की प्रेरणा जगाना भी था। कार्यक्रम में संस्थान के संस्थापक श्रद्धेय श्री आशुतोष महाराज जी की प्रेरणा से उनकी शिष्याएँ — साध्वी अंबालिका भारती जी, साध्वी सोम प्रभा भारती जी एवं साध्वी पूजा भारती जी ने अपनी उपस्थिति से वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से अभिभूत कर दिया। साध्वी बहनों ने अपने सरल, सहज और प्रभावशाली शब्दों के माध्यम से बंदियों के अंतर्मन को छू लेने वाला मार्गदर्शन प्रदान किया। उन्होंने यह समझाया कि जीवन में जिन कठिन परिस्थितियों से वे गुजर रहे हैं, वे केवल बाहरी परिस्थितियाँ हैं, जिनका समाधान तभी संभव है जब मनुष्य अपने भीतर झांककर स्वयं को समझने के प्रयास में आगे बढ़े। साध्वी बहनों ने भजन, ध्यान एवं प्रेरणादायी विचारों के माध्यम से कार्यक्रम को जीवंत बनाते हुए यह स्पष्ट किया कि सकारात्मक सोच और मानसिक शांति किसी भी व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन की पहली और सबसे महत्वपूर्ण सीढ़ी होती है।
- कार्यक्रम में साध्वी अंबालिका भारती जी ने बताया कि मनुष्य का वास्तविक सुधार बाहरी वातावरण के परिवर्तन से नहीं, बल्कि आंतरिक जागृति से होता है। उन्होंने यह भी कहा कि हर व्यक्ति के भीतर एक विशाल शक्ति-स्रोत छिपा होता है, जिसे पहचान कर और जागृत कर लेने से वह अपने जीवन की दिशा और दशा को बदल सकता है। साध्वी सोम प्रभा भारती जी ने ध्यान की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नियमित ध्यान मन को शुद्ध करने, स्थिरता प्रदान करने और नकारात्मक विचारों को दूर करने में अत्यंत कारगर है। उन्होंने जेल में उपस्थित बंदियों को यह संदेश दिया कि वे स्वयं को अपराधबोध, निराशा और मानसिक तनाव से मुक्त करने के लिए ध्यान को अपने दैनिक जीवन में शामिल करें। वहीं साध्वी पूजा भारती जी ने भजन और प्रेरक प्रसंगों के माध्यम से यह दर्शाया कि ईश्वर की ओर उन्मुख मन कभी कमजोर नहीं होता, वह हमेशा सही दिशा में चलने और सही निर्णय लेने की प्रेरणा देता है।
- इस कार्यक्रम के दौरान बंदियों ने साध्वी बहनों की बातों को अत्यंत ध्यानपूर्वक सुना और उनके द्वारा कराए गए ध्यान से मानसिक शांति का अनुभव भी किया। कई बंदियों ने यह स्वीकार किया कि ऐसे कार्यक्रम उनके भीतर सकारात्मकता का संचार करते हैं और उन्हें यह एहसास कराते हैं कि जीवन में गलतियाँ होने पर भी सुधार का मार्ग हमेशा खुला रहता है। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान लंबे समय से बंदी सुधार और सामाजिक परिवर्तन की दिशा में विभिन्न पहल करता आ रहा है। उनका मानना है कि किसी भी मनुष्य को उसके अपराध के आधार पर पूर्ण रूप से नकारात्मक नहीं माना जा सकता। परिस्थितियाँ चाहे कैसी भी हों, सही मार्गदर्शन और आध्यात्मिक ऊर्जा हर व्यक्ति को एक नया जीवन दे सकती है।

जेल प्रशासन ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि
- ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन बंदियों में अनुशासन, नैतिक मूल्यों और संवेदनशीलता का विकास करता है। जेल सिर्फ दंड देने का माध्यम नहीं बल्कि सुधार और पुनर्वास का केंद्र भी है। प्रशासन का मानना है कि आध्यात्मिक और व्यक्तित्व विकास से जुड़े कार्यक्रम बंदियों को समाज में पुनः सम्मानजनक जीवन जीने के लिए तैयार करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान जैसी संस्थाओं की सहभागिता से जेल वातावरण में सकारात्मकता का सृजन होता है, जिससे बंदियों का व्यवहार, सोच और मानसिक स्थिति में धीरे-धीरे उल्लेखनीय परिवर्तन देखने को मिलता है।
- दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान का मुख्य उद्देश्य “मानव में मानवता” के संदेश को समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुँचाना है। संस्थान यह मानता है कि मानवता का पुनर्जागरण तभी संभव है जब मनुष्य स्वयं को सही अर्थों में समझे और अपनी आत्मा से जुड़ सके। जेल जैसे स्थानों में ऐसे कार्यक्रम न केवल बंदियों को नई ऊर्जा देते हैं, बल्कि उन्हें यह भी एहसास कराते हैं कि उनका जीवन अभी समाप्त नहीं हुआ, बल्कि सुधार और नई शुरुआत की अनंत संभावनाएँ उनके सामने मौजूद हैं। आध्यात्मिक जागृति के माध्यम से मनुष्य स्वयं को भीतर से बदलता है, और जब भीतर परिवर्तन होता है तो उसका प्रभाव उसके व्यवहार, उसके निर्णयों और उसके पूरे जीवन पर देखा जा सकता है।
- अंततः, सहारनपुर जेल में आयोजित यह बंदी सुधार कार्यक्रम केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि उन बंदियों के जीवन में नई आशा का दीपक बनकर उभरा जिन्होंने कभी अपने जीवन को अंधकारमय मान लिया था। साध्वी बहनों के मधुर भजनों, गहन ध्यान और प्रेरक विचारों ने उनके मन में नई इच्छाशक्ति, आत्मविश्वास और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण का संचार किया। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के ये प्रयास यह सिद्ध करते हैं कि जब समाज के विभिन्न वर्ग एकजुट होकर मानवता के उत्थान के लिए आगे बढ़ते हैं, तो कोई भी व्यक्ति अछूता नहीं रह सकता — न ही जेल की दीवारों में बंद इंसान। इस कार्यक्रम ने यह संदेश स्पष्ट रूप से दिया कि सुधार की राह हमेशा खुली रहती है, और आंतरिक जागृति ही वह प्रकाश है जो हर जीवन को सही दिशा प्रदान कर सकता है।
News Editor- (Jyoti Parjapati)
सभी समाचार देखें सिर्फ अनदेखी खबर सबसे पहले सच के सिवा कुछ नहीं ब्यूरो रिपोर्टर :- अनदेखी खबर ।
YouTube Official Channel Link:
https://youtube.com/@atozcrimenews?si=_4uXQacRQ9FrwN7q
YouTube Official Channel Link:
https://www.youtube.com/@AndekhiKhabarNews
Facebook Official Page Link:
https://www.facebook.com/share/1AaUFqCbZ4/
Whatsapp Group Join Link:
https://chat.whatsapp.com/KuOsD1zOkG94Qn5T7Tus5E?mode=r_c
अनदेखी खबर न्यूज़ पेपर भारत का सर्वश्रेष्ठ पेपर और चैनल है न्यूज चैनल राजनीति, मनोरंजन, बॉलीवुड, व्यापार और खेल में नवीनतम समाचारों को शामिल करता है। अनदेखी खबर न्यूज चैनल की लाइव खबरें एवं ब्रेकिंग न्यूज के लिए हमारे चैनल को Subscribe, like, share करे।
आवश्यकता :- विशेष सूचना
(प्रदेश प्रभारी)
(मंडल प्रभारी)
(जिला ब्यूरो प्रमुख)
(जिला संवाददाता)
(जिला क्राइम रिपोर्टर)
(जिला मीडिया प्रभारी जिला)
(विज्ञापन प्रतिनिधि)
(तहसील ब्यूरो)
(प्रमुख तहसील संवाददाता