कांवड़ यात्रा 2025: मेरठ में 5 राज्यों के अफसरों ने की समीक्षा बैठक सुरक्षा, सुविधा और अनुशासन पर विशेष जोर

राजसत्ता पोस्ट:कांवड़ यात्रा को लेकर डीजीपी की बड़ी बैठक
- मेरठ पहुंचे डीजीपी राजीव कृष्ण।
- मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, अलीगढ़ मंडलों के अधिकारी बैठक में मौजूद।
- मुख्य सचिव कुछ देर में पहुंचेंगे।
- मेरठ मंडलायुक्त सभागार में कांवड़ यात्रा को लेकर बड़ी बैठक जारी।
मेरठ:- में पांच राज्यों के अधिकारियों के साथ यूपी सरकार की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी मौजूद रहे। इस दौरान समन्वय बनाकर कांवड़ यात्रा के सफल और सुचारू संचालन की रणनीति बनी।रामबाबू मित्तल, मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में सरकार के प्रमुख अधिकारियों ने समीक्षा बैठक की। इसमें कांवड़ यात्रा के शांतिपूर्ण और सफल आयोजन के लिए रणनीति तैयार की गई। प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, डीजीपी राजीव कृष्ण के साथ मेरठ जोन के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एनसीआर के अधिकारियों को संबोधित किया। इस समीक्षा बैठक में पांच राज्यों के अधिकारी भी शामिल हुए। अधिकारियों ने निर्देश दिया कि कावड़ यात्रा संबंधी सभी प्रबंधों और तैयारियों की जानकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आरक्षी स्तर तक भी तत्काल पहुंचाई जाए।
कांवड़ यात्रा मार्ग में दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों के साथ-साथ लिंक रोड और स्टेट हाइवे पर भी सतर्क दृष्टि रखते हुए समुचित ट्रैफिक मैनेजमेंट करते हुए दुर्घटनाओं पर नियंत्रण किया जाय। कांवड़ यात्रा में DJ की ऊंचाई, चौड़ाई और ध्वनि स्तर के नियमों का कठोर अनुपालन सुनिश्चित किया जाए, जिसमे कांवड़ के निकलने के स्थल पर अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी।
मुख्य सचिव-डीजीपी ने की अध्यक्षता
कांवड़ यात्रा को लेकर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी राजीव कृष्ण ने की। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता कावड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था अभेद्य रखने की है। कांवड़ यात्रा के दौरान सक्रिय अभिसूचना संकलन, त्वरित पुलिस कार्रवाई, अफवाहों पर नियंत्रण और सोशल मीडिया पर रियल-टाइम प्रतिक्रिया सुनिश्चित कराने के निर्देश उन्होंने दिए।श्रद्धालुओं की आस्था और परंपरा का सम्मान करते हुए दोनों शीर्ष अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि अराजक तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा ताकि कानून-व्यवस्था सुदृढ़ बनी रहे। मेरठ में मंगलवार को हुई अहम बैठक में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया।
10 जुलाई से यात्रा होगी प्रारंभ
इस वर्ष 10 जुलाई से कांवड़ यात्रा का शुभारंभ होगा। अनुमान है कि 4 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु हरिद्वार और गोमुख से गंगाजल लेकर लौटेंगे। इनकी सुरक्षा, सुविधा और सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए इस बार अंतरराज्यीय समन्वय को प्राथमिकता दी जा रही है। डीजीपी राजीव कृष्ण ने बताया कि कांवड़ मार्ग की सुरक्षा ड्रोन, सीसीटीवी और हेलिकॉप्टर से निगरानी कराई जाएगी। यात्रा मार्ग को 5 जोनों में बांटा गया है और हर जोन में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की जाएगी।
जारी हुए ये दिशा-निर्देश
- हर 15 किलोमीटर पर एक एसपी स्तर का अधिकारी तैनात रहेगा।
- हर 5 किमी पर हेल्थ कैंप, और हर किलोमीटर पर बीट कांस्टेबल मौजूद रहेंगे।
- 20-20 पुलिसकर्मी हर प्रमुख पॉइंट पर तैनात किए जाएंगे।
- डॉग स्क्वायड, बम निरोधक दस्ता, आईबी, इंटेलिजेंस और एलआईयू की टीमें सक्रिय रहेंगी।
अनुशासन-नियंत्रण के लिए नए नियम
- कांवड़ यात्रा के दौरान अनुशासन बनाए रखने के लिए डीजे की ऊंचाई 12 फीट और आवाज़ 75 डेसिबल से अधिक नहीं होगी।
- डीजे प्रतियोगिताओं पर पूर्ण रोक रहेगी।
- डाक कांवड़ में होने वाली रेस जैसी गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए संबंधित समूहों के इंचार्ज से संवाद किया गया है।
डायवर्जन प्लान होगा लागू
- मेरठ में कांवड़ यात्रा को लेकर डायवर्जन प्लान लागू किया जाएगा।
- 10 जुलाई की रात से भारी वाहनों का प्रवेश मेरठ शहर में प्रतिबंधित रहेगा।
- शहर की एक लेन कांवड़ियों के लिए और दूसरी छोटे वाहनों के लिए आरक्षित रहेगी।
- कांवड़ शिविर मुख्य सड़क से 20 फीट अंदर लगाए जाएंगे।
- बिजली के पोल पॉलीथिन से और ट्रांसफॉर्मर जाली से ढंके जाएंगे ताकि कोई हादसा न हो।
भोजन, पानी और स्वास्थ्य की व्यवस्था
मुख्य सचिव मनोज सिंह ने निर्देश दिए कि यात्रा मार्ग पर शुद्ध शाकाहारी भोजन की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि एफएसएसएआई की टीमें ढाबों और होटलों की निगरानी करेंगी और वहां QR कोड लगाए जाएंगे, जिससे भोजन की गुणवत्ता की जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि अगर किसी कांवड़िये की कांवड़ खंडित होती है, तो तुरंत गंगाजल उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए रास्ते में विशेष टीमें रहेंगी। नहरों में पानी की निगरानी, सड़क मरम्मत और सफाई व्यवस्था को भी प्राथमिकता दी जाएगी।
महिला कांवड़ियों के लिए अलग सुविधा रहेगी। मुख्य सचिव ने कहा कि महिला कांवड़ियों के लिए अलग शौचालय एवं स्नानगृह की व्यवस्था की जाएगी। घाटों पर बैरिकेडिंग बढ़ाई जाएगी और विशेष सुरक्षा इंतजाम रहेंगे। पांचों राज्यों के अधिकारियों को एक वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ा गया है, जिसके माध्यम से कावड़ियों की बढ़ती भीड़ या फिर किसी भी घटना की तत्काल सूचना और तालमेल बना रहेगा।
जारी हुए ये निर्देश:
- शराब और मांस की दुकानों को कांवड़ मार्ग पर बंद रखा जाएगा या पर्दे से ढका जाएगा।
- रेलवे को निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी यात्री ट्रेन की छत पर यात्रा न करे।
- अगर किसी जिले में कोई बड़ा आयोजन या परीक्षा हो, तो उसकी पूर्व सूचना शासन को देना अनिवार्य होगा।
- खोया-पाया शिविर भी हर प्रमुख स्थान पर बनाया जाएगा।
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News Editor- (Jyoti Parjapati)