The benefit is big : ट्रंप का 50% टैरिफ अमेरिका के सामने न झुककर भारत ने मार ली बाजी, थोड़ा नुकसान लेकिन फायदा बड़ा

नई दिल्ली:
- अमेरिका का कुल 50 फीसदी टैरिफ बुधवार 27 अगस्त से लागू हो जाएगा। अमेरिका जाने वाले सामान में कुछ को अब 50 फीसदी टैक्स देना होगा। ऐसे कई आंकड़े सामने आए हैं जिनमें बताया गया है कि इससे भारत की अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान होगा। हालांकि कुछ असर जरूर पड़ेगा, लेकिन उतना नहीं बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है। वहीं भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शर्तों को स्वीकार नहीं किया। वे शर्तें जिनके जरिए अमेरिका भारत के डेयरी और कृषि सेक्टर में अपनी एंट्री चाहता था। टैरिफ के बाद भी बाजी भारत के हाथ ही नजर आ रही है। भारत ने अमेरिका की शर्तों को नहीं माना। अब 50 फीसदी टैरिफ के बाद विशेषज्ञों का कहना है कि इसका असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर बेहद सीमित होगा। वहीं दूसरी ओर, भारत का सबसे बड़ा डेयरी सेक्टर इससे सुरक्षित रह पाएगा, जिसमें सीधे तौर पर 10 करोड़ लोगों को रोजगार मिला है।
भारत की इकोनॉमी और एक्सपोर्ट
- भारत की अर्थव्यवस्था फिलहाल 339 लाख करोड़ रुपये की है। भारत हर साल लगभग 38,35,000 करोड़ रुपये का सामान दुनिया को निर्यात करता है। इसमें अकेले अमेरिका को 7,65,000 करोड़ रुपये का निर्यात होता है, जो कुल एक्सपोर्ट का करीब 30% है।
अमेरिका की ओर से 50% टैरिफ लगाने की चर्चा के बीच अनुमान लगाया जा रहा है कि इसका असर सभी उत्पादों पर नहीं, बल्कि केवल कुछ कैटेगरी के सामान पर होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इसका असर करीब 3,20,000 करोड़ रुपये के निर्यात पर पड़ सकता है।
The benefit is big : ट्रंप का 50% टैरिफ अमेरिका के सामने न झुककर भारत ने मार ली बाजी, थोड़ा नुकसान लेकिन फायदा बड़ा ?
कितना नुकसान होगा?
- अगर मान लिया जाए कि अमेरिका को प्रभावित श्रेणी का एक्सपोर्ट पूरी तरह रुक जाता है, तो भारत के कुल निर्यात का 8.5% ठप पड़ जाएगा। लेकिन यह भारत की विशाल अर्थव्यवस्था का मात्र 1% से भी कम है। ऐसे में इसे राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा आर्थिक झटका नहीं कहा जा सकता।
डेयरी सेक्टर की बड़ी जीत
- जानकारों के मुताबिक अमेरिकी टैरिफ से भारत को जो नुकसान होगा, वह उससे चिंता की कोई बात नहीं है। इसके उलट भारत को बड़ा फायदा अपने डेयरी सेक्टर से होगा। भारत का डेयरी सेक्टर 12 लाख करोड़ रुपये का है। इसमें सीधे तौर पर 10 करोड़ लोगों को रोजगार मिला हुआ है। अगर भारत अमेरिकी दबाव में झुककर अपने डेयरी बाजार को खोल देता, तो करोड़ों किसानों और कर्मचारियों की आजीविका पर खतरा मंडरा सकता था। इस लिहाज से देखा जाए तो अगर टैरिफ टकराव के चलते भारत के कुछ एक्सपोर्ट पर असर पड़ता भी है, तो बदले में देश का विशाल डेयरी उद्योग सुरक्षित रहेगा।
घरेलू हितों को प्राथमिकता
- ट्रेड टकराव के इस दौर में भारत ने अमेरिकी दबाव को नजरअंदाज कर अपने हितों को प्राथमिकता दी है। नतीजतन, भले ही निर्यात पर मामूली असर पड़े, लेकिन देश का डेयरी सेक्टर और उससे जुड़े करोड़ों परिवार सुरक्षित रहेंगे। साफ है कि भारत ने अगर अमेरिकी टैरिफ दबाव के आगे झुकने से इनकार किया है, तो यह किसी नुकसान से ज्यादा घरेलू हितों की जीत मानी जाएगी।
News Editor- (Jyoti Parjapati)
सभी समाचार देखें सिर्फ अनदेखी खबर सबसे पहले सच के सिवा कुछ नहीं ब्यूरो रिपोर्टर :- अनदेखी खबर ।
YouTube Official Channel Link:
https://youtube.com/@atozcrimenews?si=_4uXQacRQ9FrwN7q
YouTube Official Channel Link:
https://www.youtube.com/@AndekhiKhabarNews
Facebook Official Page Link:
https://www.facebook.com/share/1AaUFqCbZ4/
Whatsapp Group Join Link:
https://chat.whatsapp.com/KuOsD1zOkG94Qn5T7Tus5E?mode=r_c
अनदेखी खबर न्यूज़ पेपर भारत का सर्वश्रेष्ठ पेपर और चैनल है न्यूज चैनल राजनीति, मनोरंजन, बॉलीवुड, व्यापार और खेल में नवीनतम समाचारों को शामिल करता है। अनदेखी खबर न्यूज चैनल की लाइव खबरें एवं ब्रेकिंग न्यूज के लिए हमारे चैनल को Subscribe, like, share करे।
आवश्यकता :- विशेष सूचना
(प्रदेश प्रभारी)
(मंडल प्रभारी)
(जिला ब्यूरो प्रमुख)
(जिला संवाददाता)
(जिला क्राइम रिपोर्टर)
(जिला मीडिया प्रभारी जिला)
(विज्ञापन प्रतिनिधि)
(तहसील ब्यूरो)
(प्रमुख तहसील संवाददाता