Water rising in the streets : छतों पर दाह संस्कार; नमो घाट का नमस्ते आधा डूबा, गलियों में बढ़ रहा पान

वाराणसी:- में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण, कई घाटों का संपर्क टूट गया है और बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। गंगा का जलस्तर 62 मीटर के करीब पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से लगभग 10 मीटर नीचे है। 30 से अधिक घाटों का संपर्क टूट चुका है और पर्यटक एक घाट से दूसरे घाट पर नहीं जा पा रहे हैं.
विस्तार में:
वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे कई घाटों का संपर्क टूट गया है और बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. 30 से अधिक घाटों का संपर्क टूट चुका है, जिससे पर्यटकों और स्थानीय लोगों को एक घाट से दूसरे घाट पर जाने में परेशानी हो रही है. गंगा का जलस्तर 62 मीटर के करीब पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से लगभग 10 मीटर नीचे है.
विभिन्न घाटों पर प्रभाव:
दशाश्वमेध घाट:

गंगा का पानी विश्व प्रसिद्ध आरती स्थल तक पहुंच गया है.
अस्सी घाट:
पुराने आरती स्थल की जगह बदल दी गई है, और आरती 4 फीट पीछे होगी.
मणिकर्णिका घाट:
सिंधिया घाट पर रत्नेश्वर महादेव मंदिर का एक शिखर गंगा में डूब गया है.
प्रशासनिक कदम:
प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों को गंगा नदी के किनारे न जाने की सलाह दी है. एनडीआरएफ और जल पुलिस को सतर्क कर दिया गया है.
यह वीडियो वाराणसी में गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि और उसके कारण होने वाली समस्याओं को दर्शाता है:
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News Editor- (Jyoti Parjapati)