will collapse in the air : भारत ने विकसित किया लेजर बीम हथियार, दुश्मन के ड्रोन हवा में होंगे ध्वस्त ?

अब आसमान से भी मिटेगा खतरा: भारत ने विकसित किया लेजर बीम हथियार, दुश्मन के ड्रोन हवा में होंगे ध्वस्त
- भारत ने रक्षा क्षेत्र में एक बड़ी छलांग लगाई है। अब देश दुश्मनों के ड्रोन, हेलिकॉप्टर और मिसाइल जैसे हवाई खतरों को सीमा में प्रवेश करने से पहले ही लेजर हथियार से ध्वस्त करने में सक्षम हो गया है। DRDO द्वारा विकसित की गई MK-2(A) लेजर डाइरेक्ट एनर्जी वेपन (DEW) प्रणाली 30 किलोवाट की ऊर्जा से लैस है और यह लक्ष्य को 5 किलोमीटर की दूरी से ही भस्म कर सकती है।
दुश्मनों के लिए ‘Star Wars’ जैसा हथियार
- यह सिर्फ शुरुआत है। DRDO अब और भी शक्तिशाली 300 किलोवाट की ‘सूर्य’ प्रणाली पर काम कर रहा है जिसकी रेंज 20 किलोमीटर तक होगी। इस तकनीक के साथ भारत अमेरिका, रूस और चीन जैसे उन गिने-चुने देशों की सूची में शामिल हो गया है जिनके पास यह उन्नत लेजर हथियार तकनीक मौजूद है।
क्या है लेजर DEW प्रणाली?
- यह सिस्टम रडार या इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सेंसर से लक्ष्य को पहचानकर प्रकाश की गति से लेजर बीम फायर करता है। यह बीम लक्ष्य को काटने और निष्क्रिय करने में सक्षम होती है, जिससे दुश्मन के हथियार या ड्रोन पूरी तरह विफल हो जाते हैं।
क्यों है ये तकनीक गेम-चेंजर?
- कम लागत: पारंपरिक गोला-बारूद की तुलना में ये तकनीक बेहद कम खर्चीली है। सटीकता और सुरक्षा: केवल लक्ष्य को ही प्रभावित करती है, आसपास का नुकसान नहीं होता।
तेजी से प्रतिक्रिया: प्रकाश की गति से काम करती है यानी पलक झपकते ही हमला। स्वदेशी तकनीक, विश्वस्तरीय क्षमता
- MK-2(A) प्रणाली को DRDO की CHESS लैब ने अन्य संस्थानों और भारतीय उद्योगों के सहयोग से पूरी तरह देश में ही विकसित किया है। इस सिस्टम ने फिक्स्ड-विंग ड्रोनों को निशाना बनाकर, मल्टीपल अटैक विफल कर और दुश्मन के सर्विलांस सेंसर और एंटेना नष्ट कर अपनी ताकत साबित की है।
भविष्य की दिशा: Star Wars की ओर
- DRDO के चेयरमैन समीर वी. कामत ने कहा, “हम Star Wars जैसी क्षमताओं की दिशा में बढ़ रहे हैं। हाई-पावर माइक्रोवेव्स और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स जैसी तकनीकों पर भी काम जारी है।”
- ड्रोन हमलों से लेकर मिसाइल रक्षा तक, भारत की यह लेजर हथियार प्रणाली न केवल एक आत्मनिर्भरता की मिसाल है, बल्कि भविष्य की युद्ध तकनीकों में भारत की मजबूत स्थिति का भी संकेत देती है।हमारे आदर वेबसाइट जैसे युटुब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, इत्यादि लिंक पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें। लाइक, शेयर, सब्सक्राइब, करना करना ना भूले और अगर आपको लगता है कुछ एडवाइस देना चाहे तो वह भी सेंड करें।follow us on
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