Alaska called : ट्रंप ने पुतिन को अलास्का बुलाया, पर चाय तक नहीं दी, पुतिन ने खुद चुकाया

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अलास्का मीटिंग के लिए पहुंचे थे
- अलास्का की मीटिंग में पहुंचे रूसी राष्ट्रपति को अपनी टीम के साथ 2 करोड़ से ज्यादा कैश ले जाना पड़ा. इसकी वजह भी काफी दिलचस्प थी क्योंकि राजनीति चीज ही ऐसी थी. जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अलास्का मीटिंग के लिए पहुंचे थे, तो इस यात्रा में बहुत सी चीज़ें खास थीं. इनमें से एक दिलचस्प बात ये थी कि उन्हें अपने जेट विमानों में अमेरिका की धरती पर ही ईंधन डलवाना पड़ा. मजे की बात ये है कि वो आए तो थे एक समझौते के लिए लेकिन उन्हें यहां भी अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा और ये रिफ्यूलिंग कराने के लिए पुतिन की टीम को नगद पैसे देने पड़े. 15 अगस्त की तारीख ऐतिहासिक थी, जब लगभग चार साल से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध में किसी समझौते के लिए व्लादिमीर पुतिन अमेरिका आए थे. यहां उनका भव्य स्वागत हुआ और खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उनकी अगुवानी करने के लिए पहुंचे. हालांकि रूस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों के चलते उनकी टीम रूसी जेट विमानों की रिफ्यूलिंग अमेरिकी बैंकिंग प्रणाली का इस्तेमाल करके नहीं कर पाई.
$250,000 नगद देकर भराया ईंधन
- इस बात की जानकारी अमेरिकी विदेश मंत्री रूबियो ने NBC को दिए एक इंटरव्यू में दी. उन्होंने बताया- ‘जब रूसियों के विमान अलास्का में उतरे तो उन्हें ईंधन भरवाने के लिए नकद में भुगतान करना पड़ा. वे हमारे बैंकिंग सिस्टम का इस्तेमाल नहीं कर सकते.’ आपको बता दें कि पुतिन की टीम ने कुल $250,000 यानि भारतीय मुद्रा में 2.2 करोड़ रुपये का ईंधन भराया था. पुतिन की टीम अलास्का में 5 घंटे रुकी थी. इसके लिए वे नगद राशि लेकर आए थे. मार्को रुबियो ने बात रूस पर लगे प्रतिबंध और इसके असर के संदर्भ में कही. उन्होंने कहा है कि रूस पर लगा हर प्रतिबंध आज भी प्रभावी है और उसका असर रूस को झेलना पड़ रहा है.