Departmental Team : सहारनपुर में बारिश से बिजली बाधित, मोहल्ला आली में फॉल्ट खोज रही विभागीय टीम

सहारनपुर, 3 सितम्बर — शहर में लगातार हो रही बारिश ने आम जनजीवन को प्रभावित करने के साथ-साथ बिजली व्यवस्था को भी गंभीर रूप से बाधित कर दिया है। सबसे अधिक असर मोहल्ला आली में देखने को मिला, जहां शुक्रवार की सुबह करीब 4:00 बजे से बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई। इस इलाके को मंडी समिति रोड स्थित बिजली घर से सप्लाई मिलती है। बिजली की आपूर्ति बाधित होने के कारण मोहल्ले वासियों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, विशेष रूप से पानी की किल्लत ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है।
बिजली गुल होने से लोगों की दिनचर्या हुई प्रभावित
शहर में हो रही लगातार बारिश के चलते कई क्षेत्रों में बिजली की समस्या उत्पन्न हो गई है, लेकिन मोहल्ला आली की स्थिति सबसे गंभीर बनी हुई है। सुबह से ही बिजली गुल होने के कारण लोगों को बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। नलों में पानी नहीं आ रहा, जिससे पीने के पानी से लेकर नहाने, खाना पकाने और साफ-सफाई तक के काम ठप हो गए हैं।
ग्रामीणों और मोहल्ले वासियों का कहना है कि यह कोई पहली बार की घटना नहीं है, बल्कि हर बार जब बारिश होती है, तो ट्रांसफार्मर के निकट स्थित फ्यूज बॉक्स उड़ जाते हैं और घंटों तक बिजली सप्लाई ठप हो जाती है। इस बार भी वही हुआ। देर रात से बारिश जारी थी और तड़के लगभग 4:00 बजे अचानक बिजली चली गई। जब मोहल्ले के लोग जागे, तो पानी जैसी ज़रूरी सुविधा भी उपलब्ध नहीं थी।
फ्यूज़ बॉक्स में तकनीकी खराबी बनी समस्या की जड़
बिजली विभाग के अधिकारियों के अनुसार, ट्रांसफार्मर के पास लगे फ्यूज़ बॉक्स में बारिश के पानी के संपर्क में आने से शॉर्ट सर्किट जैसी स्थिति बन गई, जिससे फ्यूज उड़ गया और बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। विभाग की टीम सुबह से ही क्षेत्र में सक्रिय है और फॉल्ट ढूंढने का कार्य किया जा रहा है।
मंडी समिति रोड स्थित बिजली घर की टीम ने बताया कि वे इलाके की पूरी लाइन को चेक कर रहे हैं और सभी संबंधित आरएमयू (Ring Main Unit) बॉक्स की जांच की जा रही है। ये आरएमयू बॉक्स बिजली वितरण तंत्र में बेहद अहम भूमिका निभाते हैं, क्योंकि ये बिजली को अलग-अलग सर्किटों में विभाजित करते हैं, जिससे एक ही क्षेत्र की अलग-अलग इमारतों या गलियों तक बिजली की सप्लाई नियंत्रित ढंग से पहुंचाई जा सके।
क्या होता है आरएमयू और क्यों है यह महत्वपूर्ण?
आरएमयू यानी रिंग मेन यूनिट, बिजली वितरण प्रणाली का एक अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसका कार्य मुख्य रूप से एक विद्युत आपूर्ति प्रणाली को विभाजित करना और उसे सुरक्षित बनाना होता है। इसमें लगे डिस्कनेक्ट स्विच किसी सर्किट में खराबी आने पर उसे अन्य सर्किटों से अलग करने में सहायक होते हैं, जिससे पूरे क्षेत्र की बिजली बाधित नहीं होती।
मोहल्ला आली में समस्या की जड़ भी यही आरएमयू बॉक्स साबित हुए, जिनमें बारिश के पानी के कारण नमी आ जाने से शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है। यही कारण है कि बिजली विभाग की टीम एक-एक करके सभी आरएमयू बॉक्स की जांच कर रही है।
लोगों का गुस्सा फूटा
बिजली व्यवस्था बाधित होने से मोहल्ला आली के निवासियों में काफी आक्रोश देखने को मिला। लोगों ने कहा कि हर साल बारिश के मौसम में यही स्थिति उत्पन्न होती है, लेकिन बिजली विभाग स्थायी समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाता। कुछ लोगों ने बिजली घर के बाहर जाकर अधिकारियों से जल्द सप्लाई बहाल करने की मांग भी की।
स्थानीय निवासी मोहम्मद नसीम ने बताया, “सुबह से बिजली नहीं है, पानी की टंकी खाली हो गई है। बच्चों को स्कूल भेजने में परेशानी हो रही है, बुजुर्गों को दवा के लिए भी दिक्कतें आ रही हैं। बिजली विभाग को पहले से तैयारी करनी चाहिए थी।”
प्रशासन और विभाग की प्रतिक्रिया
बिजली विभाग के सहायक अभियंता (AE) ने बताया कि, “लगातार हो रही बारिश के चलते कई स्थानों पर तकनीकी गड़बड़ी उत्पन्न हुई है। हमारी टीम पूरी मुस्तैदी से लगी हुई है और प्राथमिकता के आधार पर मोहल्ला आली की समस्या का समाधान किया जा रहा है। अनुमान है कि कुछ ही घंटों में सप्लाई बहाल कर दी जाएगी।”
साथ ही उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि पुराने फ्यूज बॉक्स और ओपन वायरिंग सिस्टम बारिश में जोखिमपूर्ण साबित होते हैं। विभाग की योजना है कि आने वाले महीनों में ऐसे सभी जोखिमपूर्ण उपकरणों को बदला जाएगा और नए, वाटरप्रूफ बॉक्स लगाए जाएंगे।
बारिश बनी बड़ी चुनौती
सहारनपुर में पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश ने न केवल बिजली व्यवस्था को प्रभावित किया है, बल्कि सड़क और जलनिकासी प्रणाली पर भी बड़ा प्रभाव डाला है। जगह-जगह जलभराव, सड़कें टूटी हुई और कीचड़ जैसे हालात बने हुए हैं, जिससे बिजली कर्मचारियों को फॉल्ट ढूंढने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
निष्कर्ष
मोहल्ला आली की यह घटना एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर करती है कि शहरी क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को मॉनसून जैसे मौसम के लिए कितना तैयार किया गया है। हर साल बारिश के समय बिजली कटौती, फ्यूज उड़ने, और ट्रांसफार्मर खराब होने जैसी समस्याएं सामने आती हैं, लेकिन उनका स्थायी समाधान अभी भी अधर में है।
आवश्यक है कि विद्युत विभाग बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए पूर्व तैयारियों पर जोर दे, पुराने उपकरणों को बदले और तकनीकी कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी करे ताकि ऐसी समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके। जब तक ऐसी पहल नहीं की जाती, तब तक मोहल्ला आली जैसे इलाकों को हर बार बारिश के साथ अंधेरे और असुविधा का सामना करना ही पड़ेगा।









