Afghanistan-Pakistan : अफगानिस्तान-पाकिस्तान में हिंसक टकराव भारत के लिए क्यों हो सकता है खतरनाक

नई दिल्ली: अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर ताजा टकराव और उसमें हुई मौतों से इसके बड़े संघर्ष में तब्दील होने की आशंका बढ़ गई है। दोनों देशों में इस तनाव का तात्कालिक कारण तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) फैक्टर है। भारत इन तथ्यों से मुंह नहीं मोड़ सकता कि पाकिस्तान ने तालिबान शासित अफगानिस्तान पर यह हमला तब शुरू किया जब अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमीर खान मुत्तकी भारत यात्रा पर पहुंचे; और फिर से ताजा टकराव तब शुरू हुआ, जब वे 6 दिनों की भारत की सफल यात्रा पूरी करके काबुल लौटने की तैयारी में थे।
पाकिस्तान-अफगानिस्तान में बढ़ रहा संघर्ष
- ताजा हालात ये है कि तालिबान के लड़ाकों की जवाबी कार्रवाई में सीमा पर तैनात और विवादित डुरंड लाइन पर मौजूद पाकिस्तानी सैनिक भी बड़ी संख्या में हताहत हुए हैं। सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल है, जिसमें तालिबान आर्मी कमांडरों को पाकिस्तानी जवानों के शवों के साथ देखा जा रहा है या फिर उन्होंने पाकिस्तानी सैनिकों को बंधक बना रखा है या फिर पाकिस्तानी जवान उल्टे पांव भागते दिख रहे हैं। ET की एक रिपोर्ट के मुताबिक अकेले ओरोकजाई जिले में घिलजो इलाके के पास कम से कम 6 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। अफगान मीडिया के अनुसार कंधार के स्पिन बोल्डक जिले में भीषण संघर्ष के बाद पाकटिका प्रांत में हिंसक भिड़ंत हुई है। अफगान मीडिया ने सुरक्षा सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि अफगानी सुरक्षा बलों ने पाकिस्तानी सेना को स्पिन बोल्डक गेट से भगा दिया है।
पाकिस्तान के हमले की टाइमिंग संदिग्ध
- इस समय पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के खिलाफ जो मोर्चा खोला है, उसके पीछे तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के कथित रूप से अफगानिस्तान में मौजूदगी का दावा किया जा रहा है। हालांकि, तालिबान के मौजूदा प्रशासन ने इससे साफ इनकार किया है। जानकारी के अनुसार पाकिस्तान की असीम मुनीर की सेना ने टीटीपी के खिलाफ अभियान छेड़ने के बाद काबुल से कहा है कि इसके सरगनाओं को उसे सौंप दे। लेकिन, मुनीर ने जिस तरह से इस अभियान की टाइमिंग चुनी है, उसके पीछे भारत-अफगानिस्तान में फिर से स्थापित हो रही राजनयिक संबंधों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। क्योंकि, टीटीपी के अफगान में मौजूदगी का आरोप पाकिस्तान आज से नहीं लगा रहा है।
Afghanistan-Pakistan : अफगानिस्तान-पाकिस्तान में हिंसक टकराव भारत के लिए क्यों हो सकता है खतरनाक ?
पाकिस्तान के मौजूदा मिशन का लक्ष्य क्या?
- पाकिस्तान का आरोप है कि 2021 से टीटीपी ने पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और नागरिकों को पर हमले बढ़ाए हैं। इसका लक्ष्य कथित रूप से पाकिस्तान के मौजूदा शासन को हटाकर वहां सख्त शरिया कानून लागू करना और इसके आदिवासी इलाकों और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत को विदेशी प्रभाव से मुक्त कराना है। भारत के लिए दोनों ही स्थिति अच्छी नहीं कही जा सकती। इस समय पाकिस्तानी सेना के मुल्क में बढ़े प्रभाव की वजह उसके सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर अफगानिस्तान को फिर से अशांत करने की फिराक में लगे दिख रहे हैं और यह परिस्थिति भारत के लिए भी सही नहीं है।
पाकिस्तान फिर से कर सकता है कुछ गड़बड़ी
- दूसरी तरफ पाकिस्तान में इस समय जिस तरह से अशांति फैली है और जगह-जगह गृह युद्ध का माहौल बन रहा है, वह तो भारत के नजरिए से और भी ज्यादा जोखिमों से भरा है। क्योंकि, पाकिस्तानी सेना और वहां की सरकार ने हमेशा इस तरह की स्थिति में जनता का ध्यान भटकाने के लिए भारत की ओर नापाक नजरों से देखा है। जहां तक टीटीपी की बात है तो बैतुल्लाह महसूद ने इसे 2007 में ही बनाया था। इसका मकसद पाकिस्तान के आदिवासी क्षेत्रों में पाकिस्तानी सेना से लोहा लेना था।
News Editor- (Jyoti Parjapati)
सभी समाचार देखें सिर्फ अनदेखी खबर सबसे पहले सच के सिवा कुछ नहीं ब्यूरो रिपोर्टर :- अनदेखी खबर ।
YouTube Official Channel Link:
https://youtube.com/@atozcrimenews?si=_4uXQacRQ9FrwN7q
YouTube Official Channel Link:
https://www.youtube.com/@AndekhiKhabarNews
Facebook Official Page Link:
https://www.facebook.com/share/1AaUFqCbZ4/
Whatsapp Group Join Link:
https://chat.whatsapp.com/KuOsD1zOkG94Qn5T7Tus5E?mode=r_c
अनदेखी खबर न्यूज़ पेपर भारत का सर्वश्रेष्ठ पेपर और चैनल है न्यूज चैनल राजनीति, मनोरंजन, बॉलीवुड, व्यापार और खेल में नवीनतम समाचारों को शामिल करता है। अनदेखी खबर न्यूज चैनल की लाइव खबरें एवं ब्रेकिंग न्यूज के लिए हमारे चैनल को Subscribe, like, share करे।
आवश्यकता :- विशेष सूचना
(प्रदेश प्रभारी)
(मंडल प्रभारी)
(जिला ब्यूरो प्रमुख)
(जिला संवाददाता)
(जिला क्राइम रिपोर्टर)
(जिला मीडिया प्रभारी जिला)
(विज्ञापन प्रतिनिधि)
(तहसील ब्यूरो)
(प्रमुख तहसील संवाददाता