Hill collapsed due to heavy rain : रूद्रप्रयाग में भारी बारिश से पहाड़ी दरकी, यात्रियों ने भागकर बचाई अपनी जान

1. रूद्रप्रयाग में भारी बारिश से मची तबाही, खांकरा के पास पहाड़ी दरकी
उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग जिले में देर रात से हो रही मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर से लोगों को संकट में डाल दिया है। लगातार बारिश के कारण पहाड़ों में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं। ऋषिकेश-बद्रीनाथ राजमार्ग (राष्ट्रीय राजमार्ग 58) पर खांकरा के पास एक बड़ा लैंडस्लाइड हुआ, जिसकी लाइव तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से एक पूरी पहाड़ी अचानक टूटकर सड़क पर गिरने लगी। जिस वक्त यह घटना हुई, उस समय वहां से कई वाहन गुजर रहे थे जिनमें तीर्थयात्री और कांवड़ यात्रा पर जा रहे श्रद्धालु सवार थे। लैंडस्लाइड इतनी तेजी से हुआ कि लोगों को भागने तक का समय नहीं मिला। हालांकि, स्थानीय लोगों और पुलिस की सतर्कता की वजह से समय रहते सभी यात्रियों को वहां से हटाया गया और एक बड़ी दुर्घटना होने से टल गई। यात्रियों ने अपनी गाड़ियाँ वहीं छोड़ दीं और भागकर जान बचाई। प्रशासन ने तुरंत राजमार्ग को बंद कर दिया है और वैकल्पिक मार्गों से यातायात को संचालित किया जा रहा है।

2. तीर्थयात्रियों और कांवड़ियों की सूझबूझ से टली बड़ी दुर्घटना
इस लैंडस्लाइड की घटना में एक और अच्छी बात यह रही कि तीर्थयात्रियों और कांवड़ यात्रा पर निकले लोगों ने समझदारी दिखाई। जैसे ही उन्हें पहाड़ी दरकने की आवाज सुनाई दी, उन्होंने बिना देर किए वाहन से उतरकर सुरक्षित स्थान की ओर दौड़ लगाई। कुछ लोग सड़क किनारे खाई की ओर लुढ़कते पत्थरों को देखकर पहले ही सतर्क हो गए थे और उन्होंने अन्य यात्रियों को भी समय पर सचेत कर दिया। इस दौरान एक स्थानीय युवक ने वीडियो रिकॉर्ड किया जिसमें पहाड़ी टूटने की भयावहता और लोगों का जान बचाकर भागना साफ देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो को देखकर राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग हरकत में आ गए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को घटनास्थल के पास अलर्ट पर रखा गया है, ताकि किसी आपात स्थिति में तुरंत सहायता पहुंचाई जा सके।
3. मौसम विभाग की चेतावनी: पहाड़ों में अगले 48 घंटे तक भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी कर दी थी कि उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में 48 घंटे तक मूसलाधार बारिश हो सकती है। खासकर रूद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी और उत्तरकाशी जैसे जिलों में भूस्खलन की संभावनाएं जताई गई थीं। इस चेतावनी के बावजूद कई यात्री यात्रा पर निकल गए थे, लेकिन अब प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए यात्रा पर अस्थायी रोक लगाने की योजना बनाई है। प्रशासनिक अधिकारियों ने तीर्थयात्रियों और कांवड़ियों से अपील की है कि वे मौसम साफ होने तक यात्रा स्थगित कर दें और पूरी तरह सुरक्षित होने के बाद ही आगे बढ़ें। राजमार्ग-58 पर यातायात रोकने के साथ-साथ पुलिस ने कई स्थानों पर बैरिकेडिंग कर दी है और लगातार निगरानी रखी जा रही है। इस घटनाक्रम के बाद स्थानीय प्रशासन ने सभी जिला अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा है और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का कार्य शुरू कर दिया है। राहत और बचाव कार्यों के लिए मशीनें और क्रेन घटनास्थल पर भेजी गई हैं।
निष्कर्ष:
रूद्रप्रयाग में हुई इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करते समय अत्यधिक सतर्कता की आवश्यकता होती है। मौसम विभाग की चेतावनी को नजरअंदाज करना जानलेवा हो सकता है। प्रशासन और आम नागरिकों की तत्परता ने इस बार एक बड़ी त्रासदी को टाल दिया, लेकिन आने वाले दिनों में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचने के लिए जरूरी है कि सभी सावधानीपूर्वक यात्रा करें और मौसम अपडेट पर नज़र बनाए रखें।
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News Editor- (Jyoti Parjapati)