Major attack : सीरिया पर इजरायल ने किया सबसे बड़ा हमला

इजरायल ने सीरिया
में अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। इजरायली डिफेंस फोर्स यानी आईडीएफ ने दमिश्क में सीरियाई शासन के सैन्य मुख्यालय के प्रवेश द्वार पर हमला किया।इजरायली डिफेंस फोर्स ने दक्षिणी सीरिया में ड्रूज नागरिकों के खिलाफ सीरियाई शासन की कार्रवाइयों पर निगरानी रखने की बात कही है।इजरायल के हमले के दौरान एक टीवी चैनल की फुटेज में इसके लाइव कैप्चर होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जरायल द्रूज आबादी को निशाना बनाए जाने के खिलाफ
इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा है कि सीरिया सरकार द्रूज अल्पसंख्यकों की स्थिति से छेड़छाड़ न करे। उन्हें अकेला समझकर उनके खिलाफ सैन्य कार्रवाई न करे।
इजरायल हमले जारी रखेगा
इजरायल द्रूज आबादी को निशाना बनाए जाने के खिलाफ है। अगर सीरियाई सेना ने द्रूज आबादी के खिलाफ कार्रवाई न रोकी तो इजरायल हमले जारी रखेगा।
169 लोगों के मारे जाने की सूचना
सीरिया में पांच लाख द्रूज रहते हैं जबकि पूरे विश्व में उनकी आबादी दस लाख की है। सीरिया के स्वेदा और बेदोइन शहरों में द्रूज बड़ी संख्या में हैं। वहां पर कई दिनों से सीरिया की सरकारी सेना उनके खिलाफ टैंकों और भारी हथियारों से कार्रवाई कर रही है, उसमें 169 लोगों के मारे जाने की सूचना है।
सरकारी सेना के टैंकों को निशाना बनाया
सोमवार को इजरायल ने वहां की लड़ाई में शामिल सीरिया की सरकारी सेना के टैंकों को निशाना बनाया था। बुधवार को हमले के बाद इजरायली सेना ने एक्स पर जारी बयान में कहा, सीरिया सरकार के सैन्य मुख्यालय के मुख्य द्वार को निशाना बनाकर संदेश दिया गया है।

कार्रवाई का जवाब देने की मांग
इससे पहले इजरायल में रहने वाले द्रूज समुदाय के लोगों ने सीरिया से लगने वाली सीमा पर पहुंचकर अपने समुदाय के लोगों के प्रति समर्थन को प्रदर्शित किया, साथ ही इजरायल सरकार से सीरिया सरकार की कार्रवाई का जवाब देने की मांग की थी। वैसे इजरायल सीरिया में बशर अल-असद की सत्ता के दौरान अक्सर हवाई हमले करता रहता था।
इजरायल ने अपने तेवर फिर दिखा दिए
अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शारा के सत्ता संभालने और रियाद जाकर सऊदी अरब के दौरे पर आए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के बाद सीरिया पर इजरायली हमले कम हो गए लेकिन द्रूज पर कार्रवाई में हस्तक्षेप कर इजरायल ने अपने तेवर फिर दिखा दिए हैं।
सीरिया में सांप्रदायिक झड़प
सीरिया में बेदुइन कबीलों और ड्रूज धार्मिक अल्पसंख्यक समूह की मिलिशिया के बीच सांप्रदायिक ¨हसा के दूसरे दिन सोमवार को 50 से अधिक लोग मारे गए। मृतकों में दो से अधिक बच्चे शामिल हैं।
मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा
सीरिया के दक्षिणी प्रांत स्वेदा में हुई झड़पें इस बात को रेखांकित करती हैं कि दिसंबर में बशर अल-असद की सत्ता को उखाड़ फेंकने के बाद से राष्ट्रपति अहमद अल-शरा के नेतृत्व वाली नई सरकार को देश पर नियंत्रण हासिल करने में कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
150 से अधिक लोग घायल
ड्रूज मिलिशिया ने सरकार द्वारा सभी सशस्त्र समूहों को अपने नियंत्रण में लाने के प्रयासों का विरोध किया है। एक स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि रविवार को शुरू हुई झड़पों में 150 से अधिक लोग घायल हो गए।

संयम बरतने का आह्वान
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सरकार ने संयम बरतने का आह्वान किया है तथा संघर्ष का शीघ्र समाधान करने के लिए सैन्य बल भेजे हैं। ड्रूज समुदाय सीरिया में एक धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय है। यह समुदाय मुख्य रूप से स्वेदा प्रांत और दमिश्क के दक्षिणी उपनगरों में रहता है।
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News Editor- (Jyoti Parjapati)