Destruction : डीसीआरबी टीम को मिला सम्मान, 9.97 करोड़ के नशीले पदार्थों का किया विनिष्टिकरण

सहारनपुर, संवाददाता।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी के कुशल नेतृत्व एवं निर्देशन में सहारनपुर पुलिस ने एक बार फिर अपनी कार्यकुशलता और ईमानदारी का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है। मुख्यालय स्तर से चलाए जा रहे माल निस्तारण अभियान के अंतर्गत जिले में तैनात पुलिस अधिकारियों द्वारा आज एक बड़ी उपलब्धि दर्ज की गई, जिसने न केवल सहारनपुर पुलिस का नाम रोशन किया बल्कि समाज में पुलिस की छवि को और अधिक सशक्त बनाया है।
डीसीआरबी (जिला अपराध रिकॉर्ड शाखा) में तैनात उपनिरीक्षक सैय्यद बदर अली एवं कांस्टेबल रवि शर्मा (का. 2161) ने न्यायालय के आदेशों का पूर्ण अनुपालन करते हुए, एनडीपीएस एक्ट (Narcotic Drugs and Psychotropic Substances Act) से संबंधित कुल 304 अभियोगों में जब्त नशीले पदार्थों का विधिवत विनिष्टिकरण (डिस्ट्रक्शन) कराया। इन सभी नशीले पदार्थों का कुल वजन 2336.361 किलोग्राम रहा, जिनमें गांजा, चरस, स्मैक, सुल्फा, डोडा पोस्त और नशीली गोलियाँ जैसी प्रतिबंधित सामग्री शामिल थी। इनका बाजार मूल्य लगभग ₹9,97,47,800 (रुपये नौ करोड़ सत्तानवे लाख सैंतालीस हजार आठ सौ) आंका गया।
इस अभूतपूर्व कार्य के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने दोनों पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। सम्मान समारोह पुलिस कार्यालय सहारनपुर में आयोजित किया गया, जहाँ एसएसपी तिवारी ने दोनों कर्मियों की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्य न केवल कानूनी अनुपालन का प्रतीक है, बल्कि समाज में नशे के खिलाफ पुलिस की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
उन्होंने कहा —“नशीले पदार्थों का विनिष्टिकरण केवल कानूनी औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह समाज में व्याप्त मादक द्रव्यों की बुराई के विरुद्ध एक सशक्त संदेश है। इस प्रकार की कार्रवाई से यह सुनिश्चित होता है कि जब्त की गई अवैध वस्तुएँ किसी भी परिस्थिति में पुनः अपराध जगत में न लौट सकें।”
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया कि न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में यह पूरा कार्य पूर्ण पारदर्शिता और विधिक प्रक्रिया के तहत किया गया। डीसीआरबी टीम ने अभियोगवार अभिलेखों की जाँच, जब्त माल का सत्यापन और न्यायालय से आदेश प्राप्त कर अधिकृत समिति की उपस्थिति में उक्त नशीले पदार्थों को नष्ट कराया।
इस अवसर पर एसएसपी तिवारी ने कहा कि पुलिस बल के प्रत्येक सदस्य को इस तरह के अभियानों में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने कहा —“आज जिस लगन, जिम्मेदारी और ईमानदारी के साथ उपनिरीक्षक सैय्यद बदर अली और कांस्टेबल रवि शर्मा ने कार्य किया है, वह समूचे पुलिस विभाग के लिए प्रेरणादायक है। इस अभियान के माध्यम से यह भी स्पष्ट हुआ है कि सहारनपुर पुलिस न केवल अपराधियों पर कार्रवाई कर रही है, बल्कि मादक पदार्थों के उन्मूलन के प्रति भी समान रूप से संवेदनशील है।”

गौरतलब है कि एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत जब्त नशीले पदार्थों का विनिष्टिकरण एक जटिल प्रक्रिया होती है, जिसमें सुरक्षा, रिकॉर्ड की सटीकता, पर्यावरणीय मानक और न्यायालयीन आदेशों का सख्ती से पालन किया जाता है। इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की त्रुटि की कोई गुंजाइश नहीं रहती। उपनिरीक्षक सैय्यद बदर अली और कांस्टेबल रवि शर्मा ने इस पूरी प्रक्रिया को नियमानुसार और कुशलता से संपन्न कर पुलिस विभाग की साख को और मजबूत किया है।
एसएसपी तिवारी ने बताया कि पुलिस मुख्यालय से चलाए जा रहे माल निस्तारण अभियान का मुख्य उद्देश्य वर्षों से थानों और मालखानों में रखे ऐसे जब्त पदार्थों का उचित निस्तारण करना है, जो अब न्यायिक प्रक्रिया में आवश्यक नहीं हैं। इससे न केवल थानों की कार्यक्षमता बढ़ती है, बल्कि सुरक्षा और स्वच्छता संबंधी जोखिम भी कम होते हैं।
उन्होंने कहा कि जिले के सभी थानों को इस दिशा में सक्रिय होकर पुराने रिकॉर्ड और जब्त माल के निस्तारण की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। भविष्य में भी इस प्रकार के अभियानों को और गति दी जाएगी ताकि किसी भी थाना या शाखा में अनावश्यक रूप से अवैध या जब्त वस्तुएँ पड़ी न रहें।
इस अवसर पर एसएसपी ने पुलिसकर्मियों को यह संदेश भी दिया कि नशा समाज की जड़ें खोखली कर रहा है। उन्होंने कहा —“नशे के व्यापार और सेवन के खिलाफ समाज को जागरूक करना भी हमारी जिम्मेदारी है। पुलिस तभी सफल मानी जाएगी जब जनता के सहयोग से मादक पदार्थों का संपूर्ण उन्मूलन हो सके। इस दिशा में सहारनपुर पुलिस पूरी गंभीरता से काम कर रही है।”
सम्मान समारोह में पुलिस अधिकारियों, डीसीआरबी स्टाफ और अन्य शाखाओं के कर्मियों की उपस्थिति रही। उपस्थित सभी अधिकारियों ने उपनिरीक्षक सैय्यद बदर अली और कांस्टेबल रवि शर्मा को बधाई दी तथा उन्हें अपने उत्कृष्ट कार्य को जारी रखने के लिए प्रेरित किया।
समारोह के अंत में एसएसपी आशीष तिवारी ने कहा कि पुलिस का दायित्व केवल अपराधियों को पकड़ना नहीं है, बल्कि समाज में नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी निभाना भी है। उन्होंने कहा कि ऐसे कर्मी पूरे जनपद के लिए आदर्श हैं और भविष्य में भी इसी प्रकार की मेहनत व निष्ठा से कार्य करने वाले कर्मियों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
इस उपलब्धि के साथ सहारनपुर पुलिस ने यह साबित किया है कि यदि निष्ठा, पारदर्शिता और नेतृत्व का सही समन्वय हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। डीसीआरबी की यह सफलता न केवल पुलिस प्रशासन के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत है।